दुर्ग-भिलाई। उतई पुलिस ने युवती से दुष्कर्म और गर्भपात के मामले में सहयोगी आरोपी मर्रा गांव के सरपंच को गिरफ्तार किया है। सरपंच और उसके चाचा के खिलाफ युवती ने पुलिस में शिकायत की थी कि उसके साथ सरपंच के चाचा ओमप्रकाश ठाकुर ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था। दुष्कर्म के बाद युवती गर्भवती हो गई, जिसे आरोपी सरपंच ने डरा धमकाकर जबरस्ती गर्भपात कराया गया था।
पीड़िता युवती ने मामले कि शिकायत पुलिस अधीक्षक से की थी, जिसके बाद उतई पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए मुख्य आरोपी ओमप्रकाश ठाकुर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। वहीं सहआरोपी सरपंच पालेश्वर ठाकुर मामला दर्ज होने के बाद से फरार चल रहा था, जिसे मुखबिर की सूचना पर करीब 2 माह बाद डुंडेरा गांव से गिरफ्तार किया गया। आरोपी ओमप्रकाश ठाकुर वर्ष 2016 से लगातार युवती के साथ दुष्कर्म करता आ रहा था। उस दौरान युवती नाबालिग थी। युवती के गर्भवती होने की जानकारी मिलने पर परिजनों से युवती के साथ शादी करने की बात कही, लेकिन आरोपी ओमप्रकाश ठाकुर ने इंकार कर दिया।
आरोपी ओमप्रकाश के खेत में गांव की ही एक युवती काम करती थी। इस दौरान आरोपी ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद वो लगातार उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। इस बीच युवती गर्भवती हो गई। मार्च 2020 में शारीरिक बदलाव नजर आने पर परिवार के लोगों के पूछने पर युवती ने पूरी घटना की जानकारी दी। युवती की मां ने इसकी जानकारी ओमप्रकाश ठाकुर को दी। उसने युवती का गर्भपात कराने की सलाह दी। इसके बाद शादी करने का झांसा भी दिया। आरोपी ओमप्रकाश ठाकुर और सरपंच पालेश्वर ठाकुर ने युवती और उनके परिजनों को राजनीतिक रौब दिखाकर युवती का गर्भपात करवा दिया गया। आरोपी पालेश्वर ठाकुर कांग्रेस पार्टी से जुड़ा है। वहीं अब पुलिस गर्भपात करने वाले डॉक्टर और अस्पताल के खिलाफ विचेचना में जुट गई है।