छत्तीसगढ़ पुलिस का ‘अभिव्यक्ति’ मोबाइल ऐप… महिलाओं की सुरक्षा में मददगार, एक बटन दबाते ही पुलिस पहुंचेगी आपके पास

गरियाबंद। छतीसगढ़ पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए बड़ा कदम उठाया है। पुलिस ने “अभिव्यक्ति ऐप” नाम से एक ऐसा ऐप जारी किया है। जिससे महिलाओ की सुरक्षा करना बहुत आसान हो जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस ऐप को लांच किया है। गरियाबंद की महिलाएं एवं युवतियां भी “अभिव्यक्ति ऐप” का घर बैठे आसानी से लाभ उठा सकती है।

गरियाबंद एसपी जेआर ठाकुर के निर्देशन में डीएसपी निशा सिन्हा ने आज गरियाबंद पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास पहुंचकर छात्राओं को “अभिव्यक्ति ऐप” की जानकारी दी। निशा ने छात्राओं को बताया कि इस ऐप के जरिये वे अपनी सुरक्षा आसानी से पुख्ता कर सकती है। किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर उन्हें थाना जाने की जरूरत नही पड़ेगी बल्कि “अभिव्यक्ति ऐप” का बटन दबाते ही पुलिस खुद उसके पास पहुंच जाएगी।

डीएसपी निशा ने इस दौरान छात्राओं को ना केवल “अभिव्यक्ति ऐप” की जानकारी बल्कि उसका उपयोग करना भी सिखाया। उन्होंने छात्राओं को बताया कि सबसे पहले उन्हें अपने मोबाइल के प्ले स्टोर से “अभिव्यक्ति ऐप” डाउनलोड करना होगा। साइन इन करने के बाद अपना मोबाइल नंबर उसमे डालना होगा। एक ओटीपी आयेगा जिसे ऐप में डालना होगा, फिर केवाईसी अपडेट करना होगा। इसके बाद “अभिव्यक्ति ऐप” काम करने के लिए पूरी तरह अपडेट हो जाएगा।

डीएसपी निशा ने छात्राओं को समझाया कि इसके बाद वे कभी अपनी शिकायत “अभिव्यक्ति ऐप” के जरिए कर सकेगी। इसके लिए उन्हें थाना जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बल्कि उन्हें ऐप का केवल एसओएस बटन दबाना होगा उसके बाद पुलिस स्वयं आपको त्वरित सहायता मुहैया कराएगी। डीएसपी निशा ने जिले की महिलाओं और युवतो को “अभिव्यक्ति ऐप” आवश्यक रूप से इस्तेमाल करने का सुझाव दिया है।

पुलिस अधीक्षक जेआर ठाकुर ने बताया कि इस ऐप को छत्तीसगढ़ के पुलिस विभाग द्वारा तैयार किया गया है। छत्तीसगढ़ सरकार के अभिव्यक्ति ऐप के माध्यम से राज्य की महिलाओं को तत्काल सहायता मिलेगी। यूजर की लोकेशन के हिसाब से एसओएस बटन दबाते ही यूजर के पास त्वरित पुलिस सहायता पहुंचेगी। इसके अलावा इस ऐप के माध्यम से महिलाएं कहीं से भी अपनी शिकायत पुलिस के पास दर्ज करा सकेंगी। यानी अब महिलाओं को थाने जाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके अलावा राज्य की महिलाएं अब अपनी सुरक्षा को लेकर सुझाव भी पुलिस विभाग तक पहुंचा सकेंगी।

कार्यक्रम के दौरान डीएसपी निशा सिन्हा एवं टीम प्रधान आरक्षक अनिल यादव, आरक्षक वीरेंद्र सिंहा, आरक्षक रामकुमार खैरवार महिला आरक्षक संजू भारते के द्वारा पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास गरियाबंद में निवासरत महिलाओं/बालिकाओं को मोबाइल में अभिव्यक्ति ऐप डाउनलोड कराया गया।