दुर्ग-भिलाई. छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस ने एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय चोर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है जो भारत में बांग्लादेश से आकर बड़ी चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। भारत के अलावा यूरोप और लीबिया में भी ये आरोपी घुसपैठ की कोशिश मामले में जेल जा चुके हैं। इन आरोपियों ने भारत में आकर फर्जी आधार कार्ड तक बनवा लिया था। पुलिस ने इन आरोपियों से बांग्लादेश का पासपोर्ट भी जब्त किया है।
बांग्लादेश भागे कुछ साथी, हवाला से जुड़े तार
पुलिस की गिरफ्त में आए शातिर आरोपी छत्तीसगढ़ के दुर्ग, बिलासपुर के अलावा खड़गपुर, भुवनेश्वर, सम्बलपुर, गोदिंया, मुबंई में भी बड़ी चोरियों को अंजाम दे चुके हैं। ये लोग बड़ी चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद बांग्लादेश भाग जाते थे। इस मामले में शामिल कुछ आरोपी बांग्लादेश भागने में सफल हो गए हैं, जिनके बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है। इतना ही नहीं इन शातिर चोरों के तार हवाला के कारोबार से भी जुड़े हैं।
पश्चिम बंगाल के नरेन्द्रपुर में मिली लोकेशन
इस घटना को गंभीरता से लेते हुए दुर्ग के तत्कालीन एसपी अभिषेक पल्लव ने पुलिस की विशेष टीम बनाकर जांच करने के आदेश दिए थे। टीम द्वारा संदिग्धों पर निगाह रखी जा रही थी। आसपास की सड़को में लगे सीसीटीवी कैमरों की बारीकी से जांच करके तकनीकी साक्ष्य जुटाये गये तो पता चला कि चोरी करने वाला ये गिरोह बांग्लादेश का है। इनकी हालिया लोकेशन पश्चिम बंगाल के नरेन्द्रपुर थाना क्षेत्र में है, जिसके बाद दुर्ग पुलिस की एक विशेष टीम को पश्चिम बंगाल रवाना किया गया था।
पुलिस ने छापेमारी में दो को पकड़ा
पुलिस टीम ने पश्चिम बंगाल के नरेन्द्रपुर थाना क्षेत्र में आरोपियों के बारे में छानबीन की तो विशेष सूत्र से पता चला कि थाना नरेन्द्रपुर के काली बाजार क्षेत्र में पिछले 15 दिनों से किराये का मकान लेकर कुछ लोग रह रहे हैं। इसके बाद थाना नरेन्द्रपुर पुलिस की सहायता से रेड कर घेराबंदी की गई। इस रेड में दो लोगों को मौके पर पकड़ लिया गया। इन दोनों आरोपियों का नाम आलाजरब और मोह हसमत खलीफा है।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने सच उगला
घटना के संबंध में आरोपियों को थाना नरेन्द्रपुर लाकर पूछताछ की गई तो आरोपियों ने स्वीकार किया कि 7 अप्रैल को दुर्ग में होने वाली घटना को उन्होंने ही अंजाम दिया था। इस वारदात में कुल 5 लोग शामिल थे, इन 2 आरोपियों के अलावा रूकन, निषाद, संजीत नाम के इनके 3 अन्य साथी भी शामिल थे। आरोपियों ने बताया की चोरी की हुई नकदी में से लगभग 35 लाख रुपये उनका एक साथी ‘रूकन’ बांग्लादेश लेकर चला गया है।
नोटबंदी से पहले के नोट भी हुए बरामद
दुर्ग के तत्कालीन एसपी अभिषेक पल्लव ने इस बड़ी चोरी का खुलासा करते हुए बताया कि चोरी के मामले में बांग्लादेश से अंतरराष्ट्रीय चोर गिरोह के दो सदस्य आलाजरब और मोह हसमत खलीफा को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके पास से मोबाइल और बांग्लादेशी सिम कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड, नोटबंदी से पहले के ₹29500 रुपये के भारतीय नोट बरामद किया है। इन्हें कोर्ट में पेश कर कोर्ट से पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ जारी है। पुलिस को उम्मीद है कि आरोपियों से पूछताछ में और भी कई बड़े मामलों का खुलासा हो सकता है।