
रायपुर..केरल की गिरफ्तार दो नेनो को एनआईए कोर्ट से जमानत मिल गई है..कोर्ट ने 50-50 हजार का बॉन्ड भरवाया है..वही जमानत मिलने के बाद दुर्ग सेंट्रल जेल में हलचल तेज हो गई..केरल के 4 सांसद और केरल के लगभग दो दर्जन मीडियाकर्मी भी दुर्ग में मौजूद है..इधर नारायणपुर में ननो के साथ आगरा जा रही तीनों युवतियों ने ज्योति शर्मा और बजरंग दल के दो दर्जन नेताओं के विरुद्ध जाति सूचक गालियां देने और अभद्र व्यवहार करने की शिकायत एसपी से की है..और एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रही है..
बता दे कि इस घटनाक्रम की शुरुआत 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन से शुरू हुई थी..ज्योति शर्मा और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की शिकायत पर दुर्ग पुलिस रेलवे स्टेशन पहुंची थी..और ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला दर्ज करते हुए दोनों नेनो को गिरफ्तार कर लिया था..पुलिस ने ननो के साथ मौजूद नारायणपुर की तीनों युवतियों से पूछताछ के बाद उन्हें वापस नारायणपुर भेज दिया था..जिसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं केसी वेणुगोपाल,राहुल गांधी ने इस मामले को लोकसभा में उठाया था..और फिर प्रदेश की सियासत में हलचल तेज हो गई थी..कांग्रेस के नेता सक्रिय हुए थे..प्रदेश सरकार पर अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया था..
केरल के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की थी..केरल से कांग्रेस के नेताओं का प्रतिनिधिमंडल छत्तीसगढ़ पहुंचा था..पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी जेल में बंद दोनों ननो से मुलाकात की थी..केरल से आए प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश के गृह मंत्री से मुलाकात की थी..
दुर्ग सेशन कोर्ट ने दोनों ननो की जमानत याचिका खारिज कर दी थी..जिसके बाद ह्यूमन ट्रैफिकिंग के इस मामले में कल बिलासपुर के एनआईए कोर्ट में जमानत याचिका पर सुनवाई हुई..कोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा था..और आज कोर्ट ने दोनों ननो को जमानत दी..ननो के साथ आगरा जा रही नारायणपुर की तीनों आदिवासी युवतियां आज एसपी से मिलने पहुंची थी..युवतियों ने एसपी से शिकायत कर सामाजिक कार्यकर्ता ज्योति शर्मा सहित दो दर्जन बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है..और अब यह मामला पूरी तरह से सियासत में रंग चुका है!.