
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में बड़ा बदलाव हुआ है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए बुधवार को तीन नए विधायकों को मंत्री बनाया गया। राज्यपाल रमेन डेका ने राजभवन में गुरु खुशवंत साहेब, राजेश अग्रवाल और गजेंद्र यादव को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इससे पहले मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित 11 मंत्री थे, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 14 हो गई है। खास बात यह है कि राज्य में पहली बार हरियाणा फार्मूले को लागू किया गया, जिसके तहत मंत्रियों की अधिकतम संख्या 13 होने की बाध्यता को पार करते हुए 14 मंत्री बनाए गए हैं।
गजेंद्र यादव का जन्म 1978 में हुआ। दुर्ग से शुरुआती पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने रायपुर की पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय से एमए तक की पढ़ाई की। यादव समुदाय के बड़े नेता माने जाने वाले गजेंद्र ने 2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेता अरुण वोरा को शिकस्त दी थी।
गुरु खुशवंत साहेब आरंग से विधायक हैं। वे 2023 के चुनाव में शिवकुमार डहरिया को हराकर विधानसभा पहुंचे थे। चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए गुरु खुशवंत सतनामी समाज के धर्मगुरु और प्रमुख नेता माने जाते हैं। एमटेक तक की पढ़ाई कर चुके खुशवंत साहेब लंबे समय से समाजसेवा से जुड़े रहे हैं। उनकी कुल संपत्ति करीब 2.08 करोड़ रुपये है, जिन पर 1.25 करोड़ रुपये का ऋण है। उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है।
राजेश अग्रवाल अम्बिकापुर सीट से विधायक हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव में डिप्टी सीएम टी.एस. सिंहदेव को 94 वोटों के अंतर से हराकर बड़ा उलटफेर किया था। साल 2018 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए अग्रवाल 2023 में पहली बार विधायक बने। व्यवसाय से जुड़े रहे राजेश अग्रवाल की शुरुआती शिक्षा भोपाल में हुई। उनके पास करीब 10 करोड़ रुपये की संपत्ति है और उन पर कोई आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं है।