अम्बिकापुर। सरगुजा जिले के उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सायर में चंगाई सभा की आड़ में धर्म परिवर्तन की गतिविधियों को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और अन्य संगठनों ने इन गतिविधियों का विरोध करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें जांच की मांग की गई है।
यह मामला उस समय उजागर हुआ जब सरगुजा कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम बनसिंह नेताम ने पंचायत सचिव कामेश्वर सिंह को चंगाई सभा को बंद करने के लिए कहा। रविवार, 13 अक्टूबर 2024 को ग्राम सायर में डुबला एक्का के घर पर चल रही इस सभा को बंद करने के लिए चौकीदार छन्नू दास को भेजा गया। जैसे ही यह सूचना गांव के लोगों को मिली, उन्होंने इसे विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को सूचित किया।
सूचना मिलते ही विहिप के प्रखंड प्रमुख हरिओम सोनी और अन्य संगठनों के सदस्य मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक सभा बंद हो चुकी थी। इसके बाद संगठन के सदस्य केदमा चौकी पहुंचे और चौकी प्रभारी को इस घटना की जानकारी दी।
विहिप का विरोध और ज्ञापन
विहिप और अन्य संगठनों ने आरोप लगाया है कि ग्राम सायर में कई महीनों से भोले-भाले आदिवासी समुदाय के लोगों को धर्मांतरण का शिकार बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजपुर निवासी डुबला एक्का नामक व्यक्ति भोले-भाले मझवार और कोरवा जनजाति के लोगों को भ्रमित कर रहा है और उन्हें ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा है। आरोप है कि वह लोगों को बाइबल वितरित कर, प्रलोभन देकर, और उनकी जमीनें हड़प कर अपने मकसद में जुटा हुआ है।
प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
विश्व हिंदू परिषद ने 14 अक्टूबर 2024 को एसडीएम, तहसीलदार, थाना प्रभारी और मुख्य कार्यपालन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें डुबला एक्का की गतिविधियों की जांच और इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की गई है। संगठन ने आरोप लगाया है कि डुबला एक्का न केवल धर्मांतरण करवा रहा है, बल्कि अंधविश्वास भी फैला रहा है, जो क्षेत्र के सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचा रहा है।
विहिप ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन से मांग की है कि गांव में चल रहे इस कथित धर्मांतरण की विस्तृत जांच की जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
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