
रायपुर। दिसंबर की शुरुआत के साथ ही छत्तीसगढ़ में ठंड ने जोर पकड़ लिया है और आने वाले दो दिन लोगों को और ठिठुराने वाले हैं। प्रदेश में उत्तर भारत से आ रही शुष्क हवाओं ने तापमान को तेजी से नीचे धकेला है। राजधानी रायपुर में पारा गिरकर 13 डिग्री पर पहुंच चुका है, वहीं सरगुजा संभाग सर्दी के सबसे बड़े केन्द्र के रूप में उभर रहा है। अम्बिकापुर में रात का तापमान 6.9°C दर्ज किया गया, जिससे लोग रजाई-कंबल और अलाव के सहारे रात गुज़ारने को मजबूर हैं। जशपुर, पेंड्रा सहित ऊंचाई वाले इलाकों में शाम ढलते ही ठंड हड्डियों तक चुभने लगी है और लोग गर्म कपड़ों व आग जलाकर बचाव कर रहे हैं।
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अगले 48 घंटों के दौरान प्रदेश में न्यूनतम तापमान में 1 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की और गिरावट हो सकती है। इसके बाद तापमान स्थिर रहने की उम्मीद है, लेकिन ठिठुरन और शुष्क हवा अपना असर बनाए रखेगी। आने वाले सात दिनों तक छत्तीसगढ़ में बारिश की कोई संभावना नहीं है और मौसम पूरी तरह शुष्क रहने वाला है। वहीं रायपुर में सुबह के समय धुंध का असर लगातार नजर आएगा।
राज्य में पिछले 24 घंटों में दुर्ग ने सर्वाधिक अधिकतम तापमान 30.2°C दर्ज किया, जबकि अम्बिकापुर में सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.9°C रिकार्ड हुआ। राजधानी रायपुर का अधिकतम तापमान 28.7°C रहा, जो सामान्य से 0.6 डिग्री कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 13.3°C दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.6 डिग्री नीचे है। रायगढ़ में भी ठंड तेजी से बढ़ी है और बीते दो दिनों में तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। 5 दिसंबर तक जिले में न्यूनतम तापमान 12.4°C और अधिकतम 26.7°C रिकॉर्ड किया गया।
प्रदेश के अलग-अलग ज़िलों में सुबह के समय नमी 62 से 79 प्रतिशत तक पहुंची, जबकि शाम होते-होते यह घटकर 38 से 59 प्रतिशत के बीच दर्ज की गई। मौसम विभाग का अनुमान है कि यदि इसी तरह हवाओं की गति बनी रही तो आने वाले दिनों में ठंड और जोर पकड़ सकती है और न्यूनतम तापमान कई हिस्सों में 10 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचने की संभावना है।




