कोरबा. जिले में सुअर का शिकार करने के लिए बिछाए गए बिजली के तार में उलझने से एक प्रवासी कामगार की मौत हो गई है. तार की चपेट में एक जंगली सुअर भी आया है. घटना की जानकारी होने पर प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. करंट प्रवाहित तार लगाने वाले की तलाश में टीम जुट गई है. अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया गया है. जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है.
उरगा पुलिस थाना क्षेत्र के करतला रेंज के कक्ष क्रमांक 1503 कोरियापारा जंगल में बीते शनिवार की रात यह घटना हुई. इस इलाके में जंगली जानवरों का उत्पात बना हुआ है. आसपास में किसानों ने अपनी फसल लगाई है. ऐसे में फसल को नुकसान से बचाने के लिए कई तरीके अपनाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में यहां करंट प्रवाहित तार बिछाया गया था, जिनके संपर्क में आकर सुअर व अन्य जानवर अकाल मौत का शिकार हो जाएं. उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद से कुछ प्रवासी कामगारों की वापसी एक दिन पहले हुई. उन्हें मालूम था कि सूचना दिए जाने पर प्रशासन निश्चित रूप से 14 दिन या अधिक के लिए उन्हें क्वारंटाइन सेंटर भेज देगा. इस समूह में कई लोग शामिल थे.
बताया जा रहा है कि ये सभी चोरी-छिपे जंगल के रास्ते से अपने गांव पहुंचने की कोशिश में थे. जंगल के रास्ते से आवाजाही के दौरान 30 वर्षीय दिलहरण अपनी मां, पत्नी और बच्चे के साथ गांव जा रहा था. सबसे आगे दिलहरण था, जिसका पैर रात के अंधेरे में करंट प्रवाहित तार पर जा पड़ा. वह मौके पर छटपटाने के साथ गिर पड़ा. यह समझते उसके परिजनों को देर नहीं लगी कि मामला क्या है. उन्होंने सतर्कता बरतते हुए खुद को मौके पर रोका. हैरत की बात यह रही कि इस समूह में शामिल अन्य प्रवासी कामगारों ने यह जानकारी होने पर खुद को यहां से अलग कर लिया और दूसरे रास्ते से वापस हो गए. कई घंटे बाद यह खबर मृतक के परिजनों ने लोगों को दी.
इसके बाद उरगा के टीआई अभय सिंह बैस, डीएफओ गुरुनाथन एन, करतला रेंजर शहादत खान सहित कर्मी यहां पहुंचे. उन्होंने पाया कि घटना स्थल पर युवक के अलावा एक सुअर भी मृत स्थिति में पड़ा है. माना गया कि पूरी घटना दरअसल जंगली जानवर को फांसने के चक्कर में हुई है. इसके कारण इंसान भी मृत हो गया. पुलिस ने पंचनामा के बाद दिलहरण का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इसके साथ ही यहां पर बिजली तार बिछाने वाले की तलाश शुरू कर दी गई है.