छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार मिल रही राहत के बीच दुर्ग के डिपरा पारा में एक ही परिवार के 4 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले है। जिसके बाद जिला प्रशासन ने डिपरापारा क्षेत्र को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बना दिया है। प्रशासन के निर्देश पर डिपरापारा क्षेत्र को बैरिकेड्स से दिया गया है। इसके अलावा CISF बटालियन उतई में भी 4 जवान भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए है। वहां भी उस यूनिट को सील किया गया है।
CMHO डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि उतई में स्थित CISF बटालियन के 4 जवान भी एक हफ्ते में कोरोना संक्रमित हुए है। उतई आरटीसी में सभी जवान पदस्थ है, जवान हाल ही में अपने घरों से छुट्टी बिता कर वापस लौटे हैं। इनकी वापसी होने के बाद कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसमें एक ही यूनिट के सभी चार जवान पॉजिटिव मिले है। फिलहाल सभी स्वास्थ्य है, उन्हें अलग दो कमरों में रखा गया है, जहां उनका उपचार किया जा रहा है। इसके साथ ही वहां अन्य 150 जवानों का टेस्ट भी किया गया। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।
दुर्ग जिले में कोरोना के संक्रमण मिलने के बाद प्रशासन ने भी अपने तैयारी शुरू कर दी है। पहले तो शहर के डिपरापारा में एक ही परिवार के पहले 2 लोग पॉजिटिव आए और उसके बाद 2 और पॉजिटिव केस सामने आए हैं। जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर इस क्षेत्र को माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन बनाया है। परिवार के सदस्यों की ट्रैवल हिस्ट्री को भी पता किया जा रहा है।
जिले में बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए दुर्ग और भिलाई पावर हाउस रेलवे स्टेशन और कुम्हारी व राजनांदगांव सड़क मार्ग सीमा पर कोरोना टेस्ट किया जाएगा। डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि जिला ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संभावित तीसरी लहर को लेकर पूरी तैयारियां कर ली गई है। जिले में रोजाना 3 हजार सैंपल इक्कठा करके जांच करने का लक्ष्य रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग किसी भी प्रकार से कोताही नहीं बरतना चाहता है। रेलवे स्टेशन में रेल यात्रियों का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है। रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही इन्हें जाने की अनुमति दी जा रही है।
डाक्टर ठाकुर ने बताया कि, पूरे जिले में जिस किसी जगह पर 2 से अधिक कोरोना पॉजिटिव पेशेंट मिलेंगे। उस इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाएगा।