
बलरामपुर। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में धान खरीदी व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त और चौंकाने वाला कदम उठाया है। शुक्रवार देर रात कलेक्टर राजेंद्र कटारा स्वयं मैदान में उतर आए और अंतरराज्यीय सीमा से हो रही अवैध धान तस्करी पर सीधा प्रहार कर दिया। इस साहसिक कार्रवाई ने न केवल धान माफियाओं की नींद उड़ा दी, बल्कि यह भी साफ कर दिया कि अब जिले में गैरकानूनी धान कारोबार के लिए कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं बचेगा।
विकासखंड रामचंद्रपुर के तालकेश्वरपुर अंतरराज्यीय सीमा क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलते ही कलेक्टर कटारा ने पल भर की देरी किए बिना टीम के साथ कार्रवाई शुरू कर दी। घने जंगल, अंधेरा और दुर्गम रास्तों के बावजूद उन्होंने करीब तीन किलोमीटर तक पीछा कर दो पिकअप वाहनों को रोका, जो अवैध रूप से धान का परिवहन कर रहे थे। मौके पर की गई जांच में दोनों वाहनों से करीब 140 बोरी अवैध धान बरामद किया गया।
कार्रवाई के दौरान जब्त धान और दोनों पिकअप वाहनों को थाना प्रभारी सनवाल के सुपुर्द किया गया। इस पूरी कार्रवाई में तहसीलदार, नायब तहसीलदार और राजस्व विभाग की टीम भी मौके पर मौजूद रही। कलेक्टर की इस प्रत्यक्ष और निर्णायक भूमिका ने प्रशासनिक अमले में भी नई ऊर्जा भर दी।
कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने दो टूक कहा कि धान खरीदी व्यवस्था को प्रभावित करने वाला अवैध परिवहन या भंडारण किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अंतरराज्यीय सीमाओं पर चौबीसों घंटे सख्त निगरानी रहेगी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को सीमा क्षेत्रों में लगातार निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए, ताकि धान खरीदी व्यवस्था पूरी तरह सुरक्षित, पारदर्शी और भरोसेमंद बनी रहे।




