Raipur: छत्तीसगढ़ प्रदेश में तकरीबन 3 लाख 20 हजार ऐसे कर्मचारी हैं जो नियमितीकरण की मांग को लेकर कई समय से आंदोलन कर रहे हैं। इसी क्रम में रायपुर के धरना स्थल पर आज बड़ी संख्या में कर्मचारी एकत्रित होकर अनियमित बइठका किये इसमे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भी शामिल हुए। बता दें 4 सूत्रीय मांग को लेकर ये बइठका किया गया।
प्रदेश के सभी संभागों से अलग-अलग विभाग के कर्मचारियों ने अपनी मांग रखी। 3 लाख 20 हजार अनियमित कर्मचारियों को नियमित कर 62/65 वर्ष तक जॉब सुरक्षित किया जाए। अंशकालिक कर्मचारियों को पूर्णकालिक किया जाए, छटनी के दौरान निकाले गए कर्मचारियों को बहाल कर छटनी पर रोक लगाई जाए, ठेका प्रथा मो समाप्त किया जाए। इन्ही मांगो को लेकर बइठका रखा गया था। बइठका में पहुँचे डॉ रमन सिंह ने कहा कि भूपेश सरकार कितनी डरती हैं। इसका उदाहरण हैं कि छत्तीसगढ़ में रासुका लगा दिया गया हैं। आप सब लोगो को रासुका के तहत गिरफ्तार कर लिया जाएगा, सरकार का ये काला कानून हैं। ताकि कोई आंदोलन न कर सके, सरकार के खिलाफ कोई आवाज न उठा सके इसके लिए कानून लाया गया। यदि आपमें एकता हैं तो कोई कुछ नही बिगाड़ सकता, 2 लाख 50 हजार कर्मचारियों को हमने नियमित किया था। भाजपा की सरकार आयी तो आपके समस्या का समाधान किया जायेगा। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने के नाते रमन सिंह ने आश्वाशन दिया।
अनियमित मोर्चा के प्रवक्ता सत्यम शुक्ला बताते है दूसरे राज्यों के उदाहरण के हिसाब से डॉ रमन सिंह ने आश्वासन दिया है। छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री को 5 लाख कर्मचारियों की ओर से सुझाव हैं कि जैसे संविदा वालों के लिए पड़ोसी राज्यों में योजनाएं लागू है। उसी प्रकार से छत्तीसगढ़ में भी योजना लागू कर सकते हैं। जो भी बजट के अनुकूल हो उस हिसाब से कर्मचारियों को सौगात दे। निवेदन करते हैं लोग यहां का उदाहरण दूसरे राज्यों में रखें ऐसी कोई व्यवस्था सरकार बनाएं।