
अम्बिकापुर। बरसात के मौसम में सड़क किनारे बिकने वाले खाद्य पदार्थों से लोग बीमार न हों, इसके लिए जिला प्रशासन अब सख्त मोड में आ गया है। राज्य शासन और खाद्य एवं औषधि प्रशासन, छत्तीसगढ़ के निर्देश पर “बने खाबो-बने रहिबो” विशेष अभियान के तहत 4, 5 और 6 अगस्त को जिलेभर में स्ट्रीट फूड विक्रेताओं, होटल-रेस्टोरेंट्स और मिठाई दुकानों की सघन जांच की जाएगी।
अक्सर देखा जाता है कि शहर की सड़कों के किनारे लगे ठेलों और दुकानों पर खुले में Unhygienic खाना परोसा जाता है। नालियों के पास बिकते इन खाद्य पदार्थों के आसपास गंदगी का अंबार लगा होता है, जो बीमारियों की वजह बनता है। कई बार खाने के नाम पर परोसे जाने वाले इन खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता न के बराबर होती है, जिससे लोगों को फूड पॉयजनिंग, डायरिया, टाइफाइड जैसी गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है। खासकर ऐसे लोग जो सस्ते खाने के भरोसे पेट भरते हैं, वे इस अनदेखी का सबसे बड़ा शिकार बनते हैं।
इन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अब जिले में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीमें गली-गली जाकर फूड क्वालिटी की जांच करेंगी। इस दौरान यह देखा जाएगा कि विक्रेताओं द्वारा परोसे जा रहे भोजन में स्वच्छता के मानक पूरे हो रहे हैं या नहीं, खाना कितना ताजा है, विक्रेताओं की व्यक्तिगत साफ-सफाई कैसी है और खाद्य पदार्थों को कैसे संभाला जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान मौके पर मौजूद उपभोक्ताओं को भी जागरूक किया जाएगा कि वे केवल साफ-सुथरे और लाइसेंस प्राप्त फूड स्टॉल से ही खाना लें। वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जो भी विक्रेता तय मानकों का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने सभी होटल, रेस्टोरेंट और स्ट्रीट फूड संचालकों से अपील की है कि वे बारिश के मौसम को देखते हुए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, ताकि आमजन को किसी भी तरह के खाद्य जनित संक्रमण से बचाया जा सके। अब ये साफ है, अगर सड़क किनारे स्वाद में लापरवाही और सफाई में गड़बड़ी हुई, तो लापरवाहों पर गिरेगा प्रशासन का डंडा।