बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..जिले में खरवार, खैरवार व खेरवार समाज के लोग जाति प्रमाण पत्र बनने में आ रही दिक्कतों को लेकर एक बार फिर लामबंद हो गये है..और अब एक फिर से राज्य सरकार का ध्यान खींचने आंदोलन के मूड में है..वही पूर्व विधायक बृहस्पत सिह का कहना है कि पड़ोसी राज्यो झारखंड,बिहार ,उत्तरप्रदेश में समाज को शेड्यूल कास्ट का दर्जा है..लेकिन छत्तीसगढ़ में नही है..जिसको लेकर महासम्मेलन के माध्यम से सरकार को जगाने का प्रयास कर रहे है..और इस सम्बंध में केंद्र सरकार से मिलने की भी रणनीति बनाई जा रही है!..
दरअसल 2013 के पहले से खरवार,खैरवार व खेरवार समाज के लोग मात्रात्मक त्रुटि का दंश झेल रहे है..खैरवार जाति के लोगो को ही राज्य में शेड्यूल कास्ट की श्रेणी में रखा है..जबकि खेरवार,खरवार समाज के लोगो को शेड्यूल कास्ट की श्रेणी में नही रखा गया है..खरवार, खैरवार, खेरवार तीनो एक ही समाज के लोग है..लेकिन जाति प्रमाण पत्र बनवाने में समाज के लोगो को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है..रामानुजगंज के पूर्व विधायक बृहस्पत सिह का कहना है कि पड़ोसी राज्यो झारखंड,बिहार व उत्तरप्रदेश में ऐसी समस्या नही है..खैरवार, खेरवार,खरवार तीनो एक ही समाज से है..लेकिन केंद्र में छत्तीसगढ़ को लेकर नोटिफिकेशन जारी नही किया गया है..और मात्रात्मक त्रुटि के कारण समाज के हजारों लोगों का जाति प्रमाण पत्र नही बन पा रहा है..इसको लेकर समाज के लोग दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्रयासरत है..और अब इसी कड़ी में समाज का प्रतिनिधिमंडल राज्य सरकार व केंद्र सरकार से मिलकर चर्चा करने को विवश है!..
वही समाज के संरक्षक रामकिशुन सिह का कहना है कि समाज के लोग निवार्चित जनपतिनिधि व शासकीय विभागों में विभिन्न पदों पर पदस्थ है..और अब मात्रात्मक त्रुटि की वजह से होने वाली परेशानी को लेकर सब लामबंद हुए है..और खरवार, खेरवार को भी आदिवासी का दर्जा दिलाने की रणनीति बना रहे है!..