
बिलासपुर। नगर पंचायत बोदरी में नक्शा पास कराने के नाम पर रिश्वत मांगने का मामला सामने आने पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बाबू और सीएमओ को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई प्रार्थी वेदराम निर्मलकर, निवासी नूतन चौक सरकंडा, बिलासपुर की शिकायत पर की गई।
शिकायतकर्ता ने एसीबी को बताया था कि उसने बोदरी स्थित अपनी जमीन में मकान निर्माण के लिए नगर पंचायत बोदरी में नक्शा सहित आवेदन प्रस्तुत किया था। इस दौरान नगर पंचायत के बाबू सुरेश सिहोरे ने नक्शा पास करने के एवज में निर्धारित शासकीय शुल्क के अलावा 15 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। रिश्वत देने से इनकार करते हुए प्रार्थी ने पूरे मामले की शिकायत एसीबी से की।
शिकायत के सत्यापन के दौरान प्रार्थी की मुलाकात बाबू सुरेश सिहोरे और नगर पंचायत की सीएमओ भारती साहू से कराई गई, जहां आपसी बातचीत और मोलभाव के बाद 12 हजार रुपये में सौदा तय हुआ। इसके बाद एसीबी ने 17 दिसंबर 2025 को ट्रैप कार्रवाई की योजना बनाई।
निर्धारित योजना के तहत जैसे ही प्रार्थी ने बाबू सुरेश सिहोरे और सीएमओ भारती साहू को 12 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर दिए, एसीबी की टीम ने दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया। कार्रवाई के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) की धारा 7 एवं 12 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
ट्रैप कार्रवाई के पश्चात एसीबी की टीम द्वारा आरोपियों के निवास स्थानों की तलाशी भी ली जा रही है। इस कार्रवाई से नगर पंचायत और स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया है।




