सूरजपुर( आयुष जायसवाल ) स्वास्थ्य विभाग में भर्ती में गड़बड़ी मामले में सूरजपुर के प्रभारी सीएमएचओ डॉ एसपी वैश्य को सस्पेंड कर दिया गया है। सूरजपुर कलेक्टर दीपक सोनी की अनुशंसा पर राज्य सरकार ने ये कार्रवाई की है। दरअसल पिछले दिनों एक मामले में शिकायत के बाद एक जांच टीम गठित कर दी गयी थी। 5 सदस्यीय टीम ने अलग-अलग बिंदुओं पर जांच कर कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपी थी, जिसके बाद कलेक्टर ने जांच रिपोर्ट के साथ अपनी अनुशंसा राज्य सरकार को भेजी थी। डॉ एसपी वैश्य की जगह सूरजपुर के सिविल सर्जन डॉ शशि तिर्की को सीएमएचओ का चार्ज दिया गया है।
यह था मामला!..
बता दे की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में वार्ड ब्वाय, वार्ड आया सहित कुल 12 अलग-अलग कैटेगरी में भर्ती चल रही थी। शिकायत थी कि भर्ती में नियमों को ताक पर रखा गया है और आरक्षण रोस्टर का भी पालन नहीं कि जा रहा है। शिकायतों पर प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए जांच टीम गठित कर दी गयी थी।
जांच टीम ने जो फाइंडिंग दी उसके मुताबिक विज्ञापन के किसी भी कंडिकाओं में चयन समिति का अनुमोदन नहीं लिया गया था, वहीं कौशल परीक्षा के अंक देने के मामले में भी बड़ी धांधली की गयी थी। पूरी की पूरी भर्ती प्रक्रिया ही गड़बड़ थी। उसी तरह एएनएम के 132 पदों की बहाली के संदर्भ में भी गड़बड़ियां सामने आयी थी। मेरिट सूची जारी ना कर अलग-अलग दिनों में उसे जारी किया गया था। इस मामले में स्थापना प्रभारी जेम्स बेग पर गंभीर आरोप लगे हैं…इस मामले में एएनएम के सभी आदेश मंगाये गये थे, जिसे नहीं जमा कराया गया।
इसके अलावे तृतीय व चतुर्थ वर्ग की भर्ती में साक्षात्कार नहीं लिये जाने का आदेश राज्य सरकार की तरफ से है, बावजूद सीएमएचओ की तरफ से जारी आदेश में नियमों के खिलाफ विज्ञापन जारी किया गया। लिहाजा कलेक्टर दीपक सोनी की अनुशंसा पर प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ वैश्य को तत्काल प्रभार से सस्पेंड कर दिया है।