Chhattisgarh: मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा कार्यक्रम के तहत् स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए शिक्षकों को किया गया प्रशिक्षित

बिलासपुर. जिला परियोजना  कार्यालय समग्र शिक्षा बिलासपुर द्वारा आयोजित संभाग स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला  का आयोजन बिलासपुर के स्वामी आत्मानंद शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में किया गया। संयुक्त संचालक आर.पी.आदित्य ने कार्यशाला में शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण को शिक्षक पूरी तन्मयता से ग्रहण करें और अपने जिले के शिक्षकों को इस विषय पर  प्रशिक्षण प्रदान करें। उन्होंने कहा कि “शिक्षक के रूप में हमें अपने विद्यालय में किस तरह सुरक्षा संबंधी सावधानियां रखनी चाहिए इसे जानना जरूरी है उन्होंने कहा कि, कई बार बहुत सी छोटी छोटी असावधानी के कारण बच्चों की सुरक्षा खतरे  में पड़ जाती है । इस प्रशिक्षण का उद्देश्य यही है कि हमारे शिक्षक सुरक्षा के विभिन्न उपायों को जानें और समय आने पर उसका उपयोग कर सकें।”

यूआरसीसी बिलासपुर वासुदेव पाण्डेय ने प्रशिक्षण के उद्देश्य और आवश्यकता पर प्रकाश डाला। डीएमसी समग्र शिक्षा बिलासपुर अनुपमा राजवाड़े ने  कहा कि “हम बेहतर माहौल में गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने का प्रयास कर रहे है, आप भी इसी तरह अपने जिलों में  शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे।”

कार्यशाला में यूनिसेफ रायपुर से प्रशिक्षक के रूप में डॉ. श्रवण कुमार सिंह एवम् राहुल विश्वकर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे। डॉक्टर श्रवण कुमार सिंह ने विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सर्प काटने पर प्राथमिक उपचार,यदि कोई बच्चा बेहोश हो जाए तो क्या करें,यदि किसी बच्चे को रक्तश्राव हो रहा हो तो क्या करें,मुंह से सांस कैसे देना है, नाड़ी कैसे चेक करते हैं सहित महत्वपूर्ण विषयों को गतिविधियों के माध्यम से समझाया।

कार्यशाला में एपीसी अमित श्रीवास्तव, प्राचार्या चंदना पॉल, विवेक दुबे, प्रदीप पाण्डेय, सीएसी सुनील पाण्डेय, मनोज ठाकुर,गौकरण उपाध्याय, शेषमन कुशवाहा, सुष्मिता शर्मा, आकाश वर्मा, संदीप दुबे जिला कार्यालय से अर्पणा दुबे, अनीता राज और विभिन्न जिलों से आए शिक्षक  उपस्थित थे।