जांजगीर-चांपा। परिलता फाउंडेशन की संचालिका व समाज सेविका इंजी काजल कसेर की पहली पुस्तक “सुर्ख लाल प्रेमी या राक्षस?” का विमोचन छग राज्य भाषा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ विनय कुमार पाठक के द्वारा बुधवार को स्वामी आत्मा नंद विद्यालय नंबर एक में किया गया। विमोचन कार्यक्रम का संचालन कवि साहित्यकार व शिक्षक दिनेश चतुर्वेदी द्वारा किया गया।
यह पुस्तक महिलाओं में होने वाले मासिक चक्र के बारे में लिखी गईं है पुस्तक में कक्षा आठवीं में पढ़ने वाली मीना नाम की लड़की के पात्र को लेकर मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को किन -किन समस्याओं का सामान करना पड़ता है। इसको लेकर समाज में क्या -क्या भ्रान्तिया फैली हुई है। ख़ासकर महावारी के दौरान लापरवाही से क्या -क्या बीमारी हो सकती है, इस पुस्तक में अच्छे से बताया गया है।
इंजी काजल कसेर ने पुस्तक के बारे में बताया कि मैंने सुर्ख लाल प्रेमी या राक्षस? पुस्तक को पांच भाग में लिखा है जिसमें मासिक चक्र का शुरुवाती दौर, किशोरावस्था, विवाहिता, गर्भावस्था व रजोनिवृति इन पांचो भाग में मैंने मासिक चक्र से जुड़ी हर बातों को एक कहानी व कविता के जरिए रखने का प्रयास किया है। ताकि कम उम्र की बच्चियां भी इसको पढ़कर समझ सके। वहीं पुरुष वर्ग को इस किताब को पढ़ने की जरूरत है क्योंकि उनके जरिए ही समाज में बदलाव की शुरुआत हो सकती है। पुस्तक नवंबर माह से पाठकों के लिए विभिन्न वेबसाइट एवं क्रय केंद्रों पर उपलब्ध होगी।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप स डॉ अरुण कुमार यदु, वरिष्ठ कवि व समीक्षक, डॉ अश्वनी राठौर एमडी पैथोलॉजी,अंकिता पाण्डेय शुक्ला सहायक प्राध्यापक, अदिति सिंह चिकित्सा अधिकारी जांजगीर व कार्यक्रम अध्यक्ष बैसाखी परिया प्राचार्या स्वामी आत्मानंद, सखी स्टॉफ सेंटर के अंतर्गत कार्यरत निशा खान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ में कार्यरत शिखा तिवारी, लेक्चरर लेखा तिवारी सीएमओ सचिन साहू सहित आत्मनंद स्कूल के छात्र छात्राएं मौजूद रहे।