छत्तीसगढ़ में दुर्गा विसर्जन के दौरान दो पक्षों में विवाद, वाहनों और DJ में जमकर तोड़फोड़, पुलिस रही गायब; Video Viral

Bilaspur News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में दुर्गा विसर्जन के दौरान जमकर बवाल हुआ। दो समितियों के बीच झड़प ने उग्र रूप ले लिया। भीड़ ने आवेश में आकर वाहनों में तोड़फोड़ की। इस दौरान वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। दरअसल, गुरुवार की रात से दुर्गा माता की प्रतिमा विसर्जन का दौर शुरू हुआ, जो शुक्रवार की सुबह तक चला। इस दौरान बिलासपुर शहर में देवकीनंदन चौक से लेकर जूना बिलासपुर तक जगह-जगह झांकियां सजी थी। सिटी कोतवाली चौक से दुर्गा पूजा समितियों को बारी-बारी से प्रवेश कराया जा रहा था। यह सिलसिला तड़के तीन से चार बजे तक चला और झांकी देखने के लिए लोगों की भीड़ सड़क पर लगी रही।

इसी दौरान शनिचरी बाजार और कुदुदंड दुर्गोत्सव समिति के पदाधिकारियों के बीच सुबह करीब 4 बजे विवाद शुरू हो गया और नौबत मारपीट तक पहुंच गई। इसके बाद बात और आगे बढ़ गई। सुबह करीब 6 बजे फिर से दूसरे पक्ष बदला लेने की नियत से हमला कर दिया। बताया गया कि दोनों पक्ष पहले आगे जाने की बात पर अड़े थे, जिसके चलते यह विवाद हुआ। देखते ही देखते दोनों पक्ष के युवक लाठी और रॉड लेकर एक-दूसरे के साथ आपस भीड़ गए। विवाद के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पहले पक्ष से अभिजीत तिवारी ने हिमांशु राय, शैलेष, पारस सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराया है, तो दूसरे पक्ष से शैलेष कश्यप ने नवीन तिवारी, विजय गुप्ता और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है।

बिलासपुर में हुआ यह विवाद सुर्खियों में आ गई है। हर तरफ इसी घटना की चर्चा शुरू हो गई है। दो पक्षों में हुए विवाद और पथराव के बाद तोड़फोड़ का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें युवकों की लाठी-डंडा और रॉड लेकर तोड़फोड़ और पथराव करते दिख रहे हैं। युवकों की भीड़ डीजे और लाइट के साथ ही दूसरी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ कर रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस की व्यवस्था पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं।

बताया जा रहा है कि जिस समय दोनों समितियों के पक्षों के बीच विवाद हुआ और लाठियां चली, तब पुलिस वहां से गायब थी। हालांकि, पुलिस अफसर पूरी रात ड्यूटी करने का दावा कर रहे हैं। लेकिन, जब विवाद और तोड़फोड़ हुई, तब वहां न तो कोई जवान मौजूद था और न ही पुलिस कोई पुलिस अधिकारी! पुलिस तैनात रहती तो इस तरह की घटना नहीं हो पाती। इधर, एएसपी सिटी राजेंद्र जायसवाल ने कहा कि जब घटना हुई, तब कुछ देर पहले वहां से निकले थे और सब ठीक था। जब वे थाने में आकर बैठे थे। उसी समय विवाद की खबर आई फिलहाल, मामले की जांच की जांच की जा रही है।