कुख्यात नक्सली हिड़मा अभी ज़िंदा हैं, पुलिस टारगेट से बच निकला हिड़मा!


बीजापुर. 40 लाख का इनामी नक्सली मडवी हिड़मा की मारे जाने की खबर थी, जिसका नक्सलियों ने खंडन किया है। छत्तीसगढ़ तेलंगाना बॉर्डर पर बुधवार को मुठभेड़ हुई थी, जिसमें नक्सल कमांडर हिड़मा की मौत की बात सामने आई थी। माओवादियों ने गुरुवार को मुठभेड़ के सम्बंध में तेलगु में पर्चा जारी किया हैं, औऱ नक्सली कमांडर हिड़मा की मौत का खंडन किया हैं। माओवादियों के BKASR डिवीजन कमेटी के सचिव आजाद ने ये प्रेस नोट जारी किया है।

माओवादी नेता ने कहा हिड़मा जिंदा है, पुलिस के टारगेट से बच निकला था। हिड़मा को कोई नुकसान नही हुआ है, पर्चे में माओवादियों ने कहा नक्सली और ग्रामीणों पर हवाई हमला गलत है। माओवादियों ने कहा इस हमले में उनके संगठन ने जवानों को भी करारा जवाब दिया है, हालांकि आपको बता दे कि हिड़मा की मौत हुई हैं या नही इस पर अभी आधिकारिक पुष्टि नही हुई है।

बस्तर का लाल आतंक था हिड़मा

छत्तीसगढ़ में अब तक हुए नक्सलियों के हमलों में सबसे ऊपर हिड़मा का ही नाम आता रहा है। बताया जाता हैं कि 20 साल से पुलिस के लिए हिड़मा को पकड़ना चुनौती का विषय बना रहा हैं। हिड़मा को पकड़ने के लिए 40 लाख का इनाम भी घोषित किया गया था। 2004 के बाद से 27 से भी अधिक हमलों में हिड़मा का हाथ रहा, झीरम हमले में भी हिड़मा शामिल था। हिड़मा की सक्रियता ज्यादातर दक्षिण बस्तर में होती थी। अपने चारों तरफ सुरक्षा के घेरे में हिड़मा रहता था। हिड़मा ने 150 से भी अधिक कमांडरों को विशेष ट्रेनिंग दी हैं, जो आगे नक्सलियों की गतिविधियों को बढ़ा सकें, फिलहाल वो जिंदा हैं या नही इस बात को हर कोई जानना चाहता हैं।