अंदरूनी ईलाके के रहवासी 4630 निर्धन परिवारों को मिला निःशुल्क घरेलू बिजली कनेक्शन
बीजापुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में विद्युत सुविधा उपलब्ध कराये जाने के लिए मुख्यमंत्री मजरा-टोला ग्रामीण विद्युतीकरण योजनान्तर्गत सकारात्मक पहल किया जा रहा है। इस दिशा में जिला कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कम्पनी के परियोजना संभाग द्वारा मुख्यमंत्री मजरा-टोला ग्रामीण विद्युतीकरण योजनान्तर्गत 111 गांवों को चिन्हीत कर इन गांवों के बसाहटों का विद्युतीकरण किया जा रहा है।
इस हेतु राज्य शासन की स्वीकृत के उपरांत बीते तीन साल में 97.98 किलोमीटर 11 केव्ही लाईन 243.38 किलोमीटर एलटी लाईन विस्तार सहित 103 नग 25 केव्ही ट्रांसफार्मर स्थापित कर जिले के अंदरूनी ईलाके के 105 गांवों का विद्युतीकरण किया गया है, वहीं इन बसाहटों के रहवासी 4 हजार 630 निर्धन परिवारों को निःशुल्क घरेलू कार्य करने सहित स्कूली बच्चों को पढ़ाई करने में सहूलियत हो रही है।
वहीं किसानों को बिजली की सुलभता से सिंचाई के लिए सुविधा मिल रही है। मुख्यमंत्री मजरा-टोला ग्रामीण विद्युतीकरण योजना का जिले मे कार्यान्वयन की जिम्मेदारी सम्भालने वाले कार्यपालन अभियंता छत्तीसगढ़ राज्य विद्यत वितरण कम्पनी परियोजना संभाग पीके जायसवाल ने बताया कि जिले की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद चयनित गांवों के बसाहटों को विद्युतीकरण कर इन बसाहटों में विद्युत सुविधा उपलब्ध कराये जाने सर्वाेच प्राथमिकता के साथ पहल किया जा रहा है।
इस हेतु पंहुच वाले गांवों के साथ ही अंदरूनी गांवों को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने बताया कि अंदरूनी ईलाके के गांवों तक बिजली पहुंचाने के लिए नदी-नाले को पार कर विद्युतीकरण किया जा रहा है। इस ओर सबसे बड़ी उपलब्धि पड़ोसी राज्य तेलंगाना की सीमा पर स्थित पामेड़ क्षेत्र में बिजली पहुंचाना है, इस दूरस्थ ईलाके के बसाहटों में तेलंगाना राज्य के सहयोग से विद्युत आपूर्ति की जा रही है। जिससे इस सुदूर ईलाके में कई सालों बाद उजियारा हुआ है और लोगों के जीवन में खुशहाली आयी है।
ईई सीएसपीडीसीएल प्रोजेक्ट पीके जायसवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री मजरा-टोला ग्रामीण विद्युतीकरण योजनान्तर्गत जिले में बीते तीन वर्ष के दौरान दम्मूर, रायगुड़ा, रामपुरम, चेरपल्ली, वाडला, रेडपल्ली, पेटाबोगदा, गंगारम, संकनपल्ली, तिमेड़, बटपल्ली, चिल्लामरका, करकावाया, कोण्डामोसम, मेटलाचेरू, रामपेटा, अटूकपल्ली, जाजलगुड़ा, तारूड़, तारलागुड़ा, बंगापल्ली, केसईगुड़ा, इंचहोडा, मिन्नूर, पोषणपल्ली, बामनपूर, बोरगुड़ा, भटटीगुड़ा, पेदामाटूर, यापला, सन्ड्रापल्ली, दम्पाया, धनगोल, पेगड़ापल्ली, कोत्तागुड़ा, कमलापल्ली, गौरारम, कोनागुड़ा, मुत्तापुर, मिनकापल्ली, गिलगिच्चा, कोंगूपल्ली, मोदकपाल, पंगमपाल, सन्ड्रेल, यंगपल्ली, मुंजालकांकेर, पेकरम, पुसगुड़ी, धारावरम, पेरमपल्ली, फूतापल्ली, कोमटपल्ली, पामेड़, तोंगगुड़ा, रेड्डी, चिलनार, पेकरम, मुचलेर, गुम्नेर, बेदरे, कोडेपल्ली, एडकापल्ली, मुचलेर, आड़ावल्ली, पन्नोड़वाया, ओडसानपोरका, मंडीमरका, गुदमा, कोमपल्ली, केतनपाल, हितुलवाड़ा, गदामली, बेलचर, ईतालकोडूम, बेगलूर, तेंदूर, सुरोटी, केतुलनार, तड़केल, पेदापाल, कर्रेमरका, दुसावाड़ा, कोकेरगुटटा, गुड्डीपाल, जैगुर, पोंदूम, कुटरू, ओडसा, मंगापेटा, सेमलडोडी, टिंडोड़ी, सोमनपल्ली, काटौली, छोटेअलवाड़, कुपरेल, मंडेम, एडसागोंडी, तर्रेम, चिन्तनपाल, लिंगागिरी, ओडसनपल्ली, पावरेल, सागवाही, एवं नुकनपाल गांवों का विद्युतीकरण किया गया है। इन मजरे-टोले का विद्युतीकरण करने उजियारा होने के फलस्वरूप वाशिंदों को घरेलू कार्य तथा स्कूली बच्चों को पढ़ाई के लिए सहूलियत हो रही है। इसके साथ ही किसानों को सिंचाई के लिए बिजली सुलभ हो रही है। उन्होंने बताया की जिले में मुख्यमंत्री मजरा-टोला ग्रामीण विद्युतीकरण योजनान्तर्गत 6 गावों का विद्युतीकरण के लिए 5 करोड़ 39 लाख 58 हजार रूपए की स्वीकृति दी गयी है, उक्त कार्य को अतिशीघ्र प्रारंभ किया जायेगा।