अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..सरगुजा जिले के ग्राम पंचायत सोनतराई में पंद्रहवें वित्त योजना के तहत जारी लाखों रुपये की भारी गड़बड़ी का मामला सामने आया है। ग्राम सरपंच और सचिव पर आरोप है कि उन्होंने बिना काम कराए सरकारी धन का दुरुपयोग करते हुए अपने निजी रिश्तेदार को लाखों रुपये का भुगतान किया।
ग्राम के उपसरपंच नरेश बघेल और ग्रामीणों द्वारा इस घोटाले की शिकायत कलेक्टर को की गई, जिसके बाद मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया। जांच के दौरान टीम को कई अनियमितताएं मिलीं, जिनमें सबसे बड़ा मामला यह था कि बिना किसी निर्माण कार्य के सरपंच ने अपनी मौसी सास के बेटे के खाते में एक लाख रुपये का भुगतान कर दिया था। यह भुगतान चार साल पहले शेड निर्माण के नाम पर किया गया था, लेकिन आज तक शेड का निर्माण नहीं हुआ है।
जांच टीम को मिले घोटाले के कई और सबूत
सीईओ एस.के. मरकाम के नेतृत्व में की गई जांच में पाया गया कि सिर्फ शेड निर्माण ही नहीं, बल्कि पंद्रहवें वित्त योजना के तहत अन्य कई विकास कार्यों के नाम पर भी भारी धनराशि का गबन किया गया है। जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि सरपंच और सचिव ने मिलकर योजनाओं का दुरुपयोग किया है, जिसमें लाखों रुपये की हेराफेरी की गई है।
उपसरपंच नरेश बघेल का कहना है, “सरपंच और सचिव ने विकास कार्यों के नाम पर सिर्फ कागजों में ही काम दिखाया और वास्तविकता में कोई काम नहीं हुआ। इस घोटाले की जाँच में और भी कई घोटाले सामने आने की संभावना है।”
मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस.के. मरकाम ने बताया, “जांच के दौरान कई गंभीर अनियमितताएं उजागर हुई हैं। रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
गांव के लोगों में इस घोटाले को लेकर काफी आक्रोश है और वे सरपंच व सचिव के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।