कोरबा। माचाडोली के मिनीमाता बांगो बांध में पानी की आवक कम नहीं हो रही है। कोरिया जिले और परियोजना के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही बारिश से बांध का जलस्तर कल 358.40 मीटर तक पहुंच गया था। पांच गेटों को खोलकर नदी में पानी छोड़ने के बाद भी आज सुबह बांध का जलभराव 358.23 मीटर तक है। बांध अपनी अधिकतम क्षमता का 91 प्रतिशत से भी अधिक भर गया है। पांच गेट खोलकर हसदेव नदी में पानी छोड़ने पर भी सुबह बांध के जलस्तर में केवल 17 सेंटीमीटर की ही कमी दर्ज की गई। बांध में पानी का जलभराव की बढ़ती स्थिति को देखते हुए जल संसाधन विभाग और जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है।
कलेक्टर किरण कौशल समय-समय पर बांध में पानी भराव और छोड़े गए पानी की जानकारी अधिकारियों से लगातार ले रहीं हैं। बांध में जलभराव को देखते हुए गेटों को खोलकर क्रमबद्ध तरीके से पानी हसदेव नदी में छोड़ जा रहा है। आज सुबह बांध के पहले से खुले पांच गेटों की ओपनिंग बढ़ा दी गई है। अब पांच गेटों से नदी में 29 हजार 227 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
माचाडोली मिनीमाता परियोजना के कार्यपालन अभियंता केशव कुमार ने बताया कि बांध का अधिकतम जलभराव स्तर 359.66 मीटर निर्धारित है। पहले से ही बांध के तीन गेट खोलकर नदी में लगभग साढ़े 14 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। कल शाम बांध में जलभराव की स्थिति को देखते हुए दो और गेट शाम को खोल दिए गए। पांच खुले गेटों से हसदेव नदी में 20 हजार 743 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। परंतु बांध के जलस्तर में अपेक्षित कमी नहीं होने पर आज सुबह गेटों की ओपनिंग बढ़ा दी गई। बांध के गेट नंबर 4 और 8 को एक मीटर तक, 5 और 7 को आधा मीटर तथा गेट नंबर 6 को दो मीटर तक खोल दिया गया है। अब इन खुले गेटों से 29 हजार 227 क्यूसेक पानी हसदेव नदी में छोड़ा जा रहा है। बांध से लगे पनबिजली संयंत्र के लिए 9 हजार क्यूसेक पानी भी छोड़ा जा रहा है, जिसे मिलाकर हसदेव नदी में पानी का कुल डिस्चार्ज 38 हजार 227 क्यूसेक हो गया है।
कार्यपालन अभियंता केशव कुमार ने बताया कि रूक-रूक कर हो रही बारिश से हसदेव की सहायक नदियों चोरनई आदि और बांध के जलग्रहण क्षेत्र के पानी से माचाडोली का मिनीमाता बांगो बांध में लगातार आ रहा है। बांध अपनी क्षमता का 91 प्रतिशत से अधिक भर चुका है। केशव कुमार ने बताया कि बांध में जल भराव की स्थिति को देखते हुए पहले बांध के तीन गेट खोले गए थे। और लगभग साढ़े 14 हजार क्यूसेक पानी हसदेव नदी में छोड़ा जा रहा था। इसके बाद लगातार जलस्तर में बढ़ोत्तरी से बांध के दो गेट और खोले गए थे।
श्री कुमार ने बताया कि गेट नंबर 5 और 7 को पहले आधा-आधा मीटर और गेट नंबर 4 और 8 को भी आधा-आधा मीटर खोला गया था। इसके साथ ही पहले 70 सेंटीमीटर खुले गेट नंबर 6 की ओपनिंग डेढ़ मीटर तक बढ़ा दी गई थी। इससे पांच गेटों से 20 हजार 743 क्यूसेक पानी हसदेव नदी में जा रहा था। आज सुबह बांध की गेट ओपनिंग को बढ़ा दिया गया है, और अब पनबिजली परियोजना के लिए छोड़े जा रहे पानी को मिलाकर कुल 38 हजार 227 क्यूसेक पानी बांध से छोड़ा जा रहा है। श्री कुमार ने बताया कि मिनीमाता बांगो बांध से पानी छोड़ने के मात्रा बढ़ाने से पहले से ही बांध से नीचे, हसदेव नदी के किनारे, बाढ़ क्षेत्र में अलर्ट जारी कर आबादी को सुरक्षित जगह पर जाने की सूचना जारी कर दी गई है। गांव-गांव में मुनादी करा कर भी चल-अचल सम्पत्तियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जानेे की सूचना दी गई है।
इसके साथ ही सीमावर्ती जिलों जांजगीर-चांपा और रायगढ़ सहित हीराकुंड परियोजना के संबलपुर उड़ीसा के अधिकारियों को भी पानी छोड़ने के संबंध मे सूचना भेज दी गई है।
हसदेव बराॅज के भी तीन गेट खुले, साढ़े 23 हजार क्यूसेक से अधिक पानी का डिस्चार्ज- हसदेव बराॅज परियोजना दर्री के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि बांगो बांध से पानी छोड़ने पर हसदेव बराॅज का भी जलस्तर बढ़ता है और बराॅज के जलस्तर को बनाए रखने के लिए गेट खोलकर पानी नदी में तथा दायीं-बायीं केनालो में डिस्चार्ज किया जाता है।
उन्होने बताया कि बांध से पानी छोड़ने के साथ ही पहले से लबालब दर्री बराॅज के अभी भी तीन गेट ही खोले गए हैं। कार्यपालन अभियंता ने बताया कि दर्री बराॅज से आज सुबह से लगभग 23 हजार 695 क्यूसेक पानी नदी और दोनो नहरों में डिस्चार्ज किया गया है। बराॅज के गेट नंबर 7 को आठ फीट और गेट नंबर 11 को पांच फीट खोला गया है। दोनो गेटों से 17 हजार 325 क्यूसेेक पानी नदी में छोड़ा जा रहा है। इसी तरह दायीं तट नहर से 2 हजार 739 क्यूसेक और बायीं तट नहर से 3 हजार 631 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।