चिकित्सकों के देख-रेख में ही दवाइयों का करें सेवन
तकलीफ होने पर जिला कन्ट्रोल रूम से सम्पर्क करें
बलरामपुर। कोविड-19 के उपचार एवं मरीजों के उचित देखभाल हेतु शासन स्तर से विस्तृत-निर्देश जारी किये गये है। जिला प्रशासन भी सक्रियता के साथ कोरोना संक्रमण का नियंत्रण एवं बचाव तथा मरीजों के बेहतर उपचार के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहा है। हल्के लक्षण अथवा बगैर लक्षण वाले पाॅजिटिव मरीजों को सावधानी केे साथ-साथ नियमित रूप से चिकित्सकों की देख-रेख में दवाइयां लेनी हैं।
कलेक्टर श्याम धावड़े ने भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि हल्के लक्षण एवं बिना लक्षण वाले होम आइसोलेट मरीजों से कन्ट्रोल रूम के माध्यम से सतत सम्पर्क किया जाये तथा आवश्यकता पड़ने पर तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराये। कोरोना से बचाव के लिए हाथों को साबुन से बार -बार धोये, नाक और मुंह को ठीक से ढंके, मास्क के आगे के हिस्से को न छुएं तथा भीड़-भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचे एवं शारीरिक दूरी का पालन करें।
स्वास्थ विभाग द्वारा जारी निर्देशानुसार हल्के लक्षण एवं कम लक्षण वाले मरीज प्रथम दिवस क्लोरोक्वीन 500 मिलीग्राम और हाइड्रोक्सीक्लोरेक्वीन 400 मिलीग्राम की एक गोली सुबह तथा एक गोली रात में भोजन के उपरांत ले तथा आगामी 4 दिनों के लिए क्लोरोक्वीन 500 मिलीग्राम और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन 400 मिलीग्राम दिन में एक बार भोजन के उपरांत लेना है।
15 वर्ष से कम आयु के बच्चे तथा हृदय रोग से ग्रसित मरीज हाइड्रोक्सीक्लोरेक्वीन और क्लोरोक्वीन का सेवन ना करें। इसके साथ विटामिन सी की 500 मिलीग्राम की एक गोली सुबह, एक गोली शाम 10 दिनों तक तक लेना है किन्तु 3 वर्ष से 12 वर्ष की आयु वाले बच्चे 500 मिलीग्राम की गोली एक बार ही लें। साथ ही जिंक सल्फेट 20 मिलीग्राम की गोली दिन में 2 बार 10 दिनों तक के लिए लेना है।
एजीथ्रोमायसीन 500 मि.ग्रा दिन में 1 बार खाना खाने के बाद 5 दिनों तक लें। सेट्रीजीन 10 मिलीग्राम रात को सोते समय 1 गोली खाना खाने के बाद 5 दिनों तक लेना है। मरीज को बुखार होने पर ही पैरासीटामाॅल 500 मिलीग्राम ली जानी है बुखार नहीं होने पर दवा नहीं लेनी है। किसी भी तरह की तकलीफ होने अथवा राहत नहीं मिलने पर अपने चिकित्सक,स्वास्थ्यकर्मी और जिला कन्ट्रोल रूम से सम्पर्क कर सकते।