
बलरामपुर..कर्मचारियों के ईपीएफ राशि के गबन मामले में पुलिस ने कार्यवाही करते हुए तत्कालीन लेखापाल और डाटा एंट्री ऑपरेटर को गिरफ्तार किया है..इस मामले की शिकायत जनपद पंचायत सीईओ वाड्रफनगर ने पुलिस से की थी..
दरअसल, मनरेगा करप्शन के मामले को लेकर सुर्खियों में रहता है..कभी फर्जी मजदूरी भुगतान तो कभी गुणवत्ताविहीन कार्य..लेकिन इस बार मनरेगा कर्मचारियों के ईपीएफ राशि के गबन के मामले में सुर्खियां बटोर रहा है..जिसमें कार्यवाही हुई है..
वाड्रफनगर जनपद पंचायत में जून 2023 से जून 2025 तक तत्कालीन लेखापाल वीरेंद्र यादव और डाटा एंट्री ऑपरेटर भगवान सिंह ने मिली भगत कर मनरेगा कर्मचारियों के ईपीएफ की राशि पर ही हाथ साफ कर दिया है..11 लाख 26 हजार के गबन के इस मामले की राशि का अंतरण भगवान सिंह की पत्नी के खाते में की गई..जिसका आहरण भी आरोपियों ने कर लिया था..
इधर जब अधिकारियों को इस बात की भनक लगी.. आनन-फानन में दोनों ही कर्मचारियों के विरुद्ध जांच की गई ..और जांच में यह पाया गया कि सरकारी राशि का गबन किया गया है..जिसके बाद जनपद पंचायत सीईओ ने पुलिस से मामले की शिकायत की..और पुलिस ने वाड्रफनगर चौकी में एफआईआर दर्ज करते हुए..दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया..और कोर्ट में पेश किया. जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है!.