बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..जिले के वाड्रफनगर में एक ऐसा भी नर्सिंग कॉलेज है..जहाँ चिकित्सा शिक्षा के नाम पर महज खानापूर्ति ही की जा रही है..ऐसा इसलिए क्योंकि नर्सिंग कॉलेज की प्रेक्टिकल की सामग्रियों को कमरों में रखकर कमरों में ताले लगा दिये गये है!..इधर मामला उजागर होने के बाद कलेक्टर ने जाँच के बाद कार्यवाही की बात कही है..और इस मामले की जांच के लिये एसडीएम वाड्रफनगर को निर्देशित कर दिया है!..
दरअसल यह पूरा मामला जिले के वाड्रफनगर के प्रेमनगर गाँव मे संचालित डिवाइन नर्सिंग कालेज का है..जिसका संचालन शासन के नियमो को ताक पर रखकर किया जा रहा है.. नर्सिंग कॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल का दावा है कि कॉलेज में चिकित्सा शिक्षा की पर्याप्त व्यवस्था है..लेकिन उनके इस दावे को झुठलाते ऐसे कई नजारे नर्सिंग कॉलेज के कमरों में मौजूद है..जहाँ थ्योरी के अलावा प्रैक्टिकल कभी हुआ ही नही.. और तो और लैब में भी ताले जड़े हुए है..नर्सिंग कॉलेज के भवन को देखने से साफ हो जाता है कि..शासन के मापदंड का कॉलेज में किस तरह पालन हो रहा है..वही नर्सिंग कॉलेज मे पढ़ने वाली ग्रामीण परिवेश की छात्राओं से मोटी रकम फीस के तौर पर वसूल की जा रही है..
बहरहाल जिले में संचालित इस डिवाइन नर्सिंग कॉलेज की जांच करने राजधानी रायपुर से भी टीम आकर लौट चुकी है..रजिस्ट्रार का दावा है कि टीम को कॉलेज में मापदंड के अनुरूप व्यवस्थाएं मिली है..जबकि हकीकत तो कुछ और ही है..ऐसे में चिकित्सा शिक्षा के नामपर बच्चो के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन पर स्थानीय प्रशासन क्या कार्यवाही करती है..यह देखने वाली बात होगी!..