जांजगीर चांपा। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया है। बालौदाबाजार से पहली बार विधायक बने टंकराम वर्मा को भी मंत्री की कुर्सी दे दी गई है। टंकराम वर्मा ने सरकारी नौकरी छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली थी। वर्मा कभी छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार के दौरान मंत्रियों और सांसदों के पीए के रूप में काम करते थे। इसके साथ ही वह भाजपा की विचारधारा से बेहद ही प्रभावी थे। जिस कारण वर्मा साल 2018 में कांग्रेस सरकार आने के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे।
टंकराम वर्मा के राजनीतिक सफर की अगर बात करें तो वह बेहद ही संघर्ष भरा रहा है। टंकराम वर्मा शासकीय शिक्षक के रूप में प्रतिनियुक्ति पर आने के बाद वह भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस के निज सहायक के रूप में उन्होंने काम किया है। रमेश बैस जब सांसद थे, केंद्रीय मंत्री थे तब भी टंकराम उनके लिए काम करते थे। इसके बाद वह छत्तीसगढ़ शासन में मंत्री रहे केदार कश्यप के पास पीए के रूप में काम किया। इसके सांथ ही बेमेतरा जिले से आने वाले उन दिनों भाजपा सरकार में मंत्री दयालदास बघेल के पास भी पीए रहे हैं। इस तरह टंकराम वर्मा छत्तीसगढ़ के कई बड़े नेताओं के साथ उन्होंने काम किया है।
यहां से वह भाजपा में करीबी होते गए और अंत में सरकारी नौकरी छोड़ भाजपा के कार्यकर्ता बन गए। जिसके बाद भाजपा ने वर्मा को सीधे बालौदाबाजार जिले का भाजपा अध्यक्ष बना दिया। वर्मा को जिला पंचायत उपाध्यक्ष बनने के बाद साल 2023 के चुनाव में विधानसभा का टिकट मिला और वह पहली बार विधायक बने। टंकराम वर्मा पहली बार बालौदा बाजार जिले से मंत्री बनने वाले पहले विधायक होंगे। बलौदा बाजार विधानसभा से कांग्रेस के नितिन द्विवेदी को हराकर विधायक बने हैं।