अम्बिकापुर। सरगुजा जिले के सीतापुर नगर में सर्राफा व्यवसायी से लूट की नाकाम कोशिश के बाद भागते समय सड़क दुर्घटना में घायल नट गिरोह का एक युवक उपचार के दौरान अस्पताल से रहस्यमय तरीके से लापता हो गया। इस घटना के बाद न केवल पीड़ित व्यवसायी परिवार दहशत में है, बल्कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार बीते मंगलवार को नगर के सर्राफा व्यवसायी ब्रह्मदेव सोनी के यहां लूट की नीयत से नट गिरोह के युवकों ने टीम बनाकर दो बार वारदात को अंजाम देने की कोशिश की। पहली घटना शाम करीब साढ़े सात बजे की है, जब ब्रह्मदेव सोनी की पत्नी दुकान के कर्मचारी के साथ घर लौट रही थीं। रास्ते में घात लगाए दो नकाबपोश युवकों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन उनकी सतर्कता से लूट की कोशिश नाकाम हो गई। घटना की सूचना मिलते ही ब्रह्मदेव सोनी मौके पर पहुंचे, जिन्हें देखते ही दोनों बाइक सवार नकाबपोश युवक फरार हो गए।
इस घटना से घबराए ब्रह्मदेव सोनी अपने बड़े भाई इंद्रदेव सोनी के साथ थाने रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे ही थे कि लगभग आधे घंटे बाद दूसरी वारदात सामने आ गई। इस बार ब्रह्मदेव सोनी की भाभी और भतीजा कार से घर लौट रहे थे, तभी दूसरी बाइक पर सवार नट गिरोह के दो अन्य नकाबपोश युवकों ने कार रोककर लूटपाट की कोशिश की, लेकिन यहां भी वे असफल रहे।
लूट की कोशिश में नाकामी के बाद भाग रहे बाइक सवार नकाबपोश युवकों का पीछा ब्रह्मदेव सोनी के भतीजे ने अपनी कार से किया। पीछा करने के दौरान खड़गांव मार्ग पर तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में बाइक के पीछे बैठे युवक का पैर टूट गया, जबकि बाइक चला रहा युवक भी घायल हुआ। पकड़े जाने के डर से बाइक चालक अपने घायल साथी को मौके पर छोड़कर फरार हो गया।
सूचना पर 112 की मदद से पुलिस घायल युवक को उपचार के लिए अस्पताल लेकर पहुंची। घायल की पहचान संजय नट, निवासी कणराजा, विजयनगर जिला रायगढ़ के रूप में हुई। प्राथमिक उपचार के बाद पैर टूटने के कारण उसे मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रेफर किया गया और 108 एंबुलेंस भी बुलाई गई। इसी बीच घायल युवक की पत्नी और परिजन अस्पताल पहुंचे और उसे 108 के बजाय निजी वाहन से लेकर कहीं चले गए। देर रात तक यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वे युवक को कहां लेकर गए, जिससे पुलिस के सामने भी स्थिति असमंजस भरी रही।
घायल युवक के अस्पताल से लापता होने की खबर जब पीड़ित सर्राफा व्यवसायी परिवार को लगी तो उनकी चिंता और बढ़ गई। परिवार ने पुलिस पर लापरवाही बरतने और मामले में लीपापोती करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि यदि घायल युवक को समय रहते हिरासत में लिया जाता तो इस गिरोह से जुड़े अन्य आरोपियों तक भी पुलिस आसानी से पहुंच सकती थी।
इस पूरे मामले पर थाना प्रभारी अखिलेश सिंह ने बताया कि पुलिस को घायल नट गिरोह के युवक से जुड़े अहम सुराग मिल चुके हैं और उसकी तलाश जारी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही इस मामले में शामिल घायल युवक समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
