
रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के तमनार में कोल ब्लॉक आवंटन के विरोध में चल रहा ग्रामीणों का शांतिपूर्ण आंदोलन सोमवार को अचानक हिंसक रूप ले बैठा। 15 दिनों से सीएचपी चौक पर धरना दे रहे ग्रामीणों को हटाने पुलिस टीम मौके पर पहुंची थी, लेकिन इसी दौरान हालात बिगड़ गए और देखते ही देखते पूरा इलाका रणक्षेत्र में बदल गया। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प में पथराव, मारपीट और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
हिंसा के दौरान महिला टीआई कमला पुसाम पर महिलाओं द्वारा लात-घूंसों से हमला किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर बेहोश हो गईं। पथराव में कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं, वहीं डीएसपी अनिल विश्वकर्मा के सिर पर भी चोट आने की जानकारी मिली है। उग्र भीड़ ने पुलिस को खदेड़ते हुए कंपनी की बस समेत कई वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की और कुछ गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। घटना के बाद पूरे गांव में तनावपूर्ण माहौल बन गया।स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन हरकत में आया और मौके पर कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी तथा पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल पहुंचे। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर हालात को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 30 से 35 लोगों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि धरना हटाने की प्रक्रिया के दौरान एक ग्रामीण के सड़क हादसे में घायल होने के बाद गुस्सा और भड़क गया, जिससे मामला पूरी तरह हिंसक हो गया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन हरकत में आया और मौके पर कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी तथा पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल पहुंचे। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर हालात को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 30 से 35 लोगों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि धरना हटाने की प्रक्रिया के दौरान एक ग्रामीण के सड़क हादसे में घायल होने के बाद गुस्सा और भड़क गया, जिससे मामला पूरी तरह हिंसक हो गया।गौरतलब है कि ग्रामीण पिछले 15 दिनों से सीएचपी चौक पर कोल ब्लॉक आवंटन और प्रस्तावित जनसुनवाई को निरस्त करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे। ग्रामीणों का आरोप है कि कोल ब्लॉक से पर्यावरण को भारी नुकसान होगा और स्थानीय लोगों को विस्थापन का सामना करना पड़ेगा। फिलहाल तमनार में भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बीच स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
गौरतलब है कि ग्रामीण पिछले 15 दिनों से सीएचपी चौक पर कोल ब्लॉक आवंटन और प्रस्तावित जनसुनवाई को निरस्त करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे। ग्रामीणों का आरोप है कि कोल ब्लॉक से पर्यावरण को भारी नुकसान होगा और स्थानीय लोगों को विस्थापन का सामना करना पड़ेगा। फिलहाल तमनार में भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बीच स्थिति पर नजर रखी जा रही है।




