बालोद। शासन-प्रशासन पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधे बांटने व लगाने का काम कर रहा हैं। ताकि प्रकृति का विदोहन होने से बचा जाए व गिरते जलस्तर पर राेक लग सके। लेकिन ज़िलें के नए तहसील अर्जुन्दा में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही हैं। इन्हें मुख्यालय के आरा मशीन संचालक धड़ल्ले से उपयोग में ले रहे हैं, कटाई के बाद लकड़ी का खुलेआम परिवहन प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहा हैं। अर्जुन्दा की आरा मिलों में बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित लकड़ियां खपाई जा रही है।
बताया जा रहा है नगर पंचायत क्षेत्र में स्थित दो आरा मिल किराए से संचालित हो रहे है। सूत्रों की माने तो हर दो दिन की आड़ में बेशकीमती लकडि़यों से भरी गाड़ियां अर्जुन्दा पहुंचती है। प्रतिबंधित लकड़ियां खपाने का बड़ा गिरोह पूरे क्षेत्र में सक्रिय है। इसकी वजह अफसरों द्वारा आरा मिलों की जांच नहीं करने और मुखबिर के भरोसे रहना है।
● बेखौफ चल रही अर्जुन पर आरी
गावों में खेत की मेड़ में बड़ी तादात में पाए जाने वाले अर्जुन की कटाई और परिवहन पर प्रशासन ने प्रतिबंध कर दिया है। बावजूद इस लकड़ी की कटाई और परिवहन अधिकारियों के नाक के नीचे चल रहा है पर कोई रोक लगाने वाला नहीं है। अर्जुन्दा के आस-पास गांवो में लकड़ी तस्कर बेखौफ होकर प्रतिबंधित कहुआ पेड़ की कटाई कर अवैध परिवहन कर रहे हैं। जगह-जगह खेतों पर कटे हुए अर्जुन पेड़ो के ठूंठ देखे जा सकते है। राजश्व और वन विभाग की निष्क्रियता के कारण इन दिनों लकड़ी माफिया और आरा मिल वाले चांदी काट रहे हैं।
● नहीं होती जांच या कार्रवाई
वैध आरा मशीन संचालक को परिसर में सूचना पटल पर मशीन का आकार और ले आउट प्लान, लकड़ियों का स्टॉक, लाइसेंस रखना आवश्यक है। नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले इस आरा मशीन के खिलाफ कार्रवाई तो दूर, वार्षिक जांच तक नहीं की जाती है। आरा मशीन संचालक की मनमानी का यह आलम है कि यहां प्रतिबंधित प्रजातियों के पेड़ की बड़ी मात्रा में चिराई की जा रही है।
● नियम विरुद्ध लकड़ियों का भंडारण
आरा मशीन में नियम विरुद्ध बड़ी मात्रा में इमारती व अन्य लकड़ियों का भंडारण किया गया है। अर्जुन्दा में करीब 2 आरा मशीन स्थापित हैं, जिसे फिलहाल किराए से संचालित होना बताया जा रहा है। जिनमें कटाई करके कीमती लकड़ियों का भंडारण किया जा रहा हैं। माफिया अवैध रूप से पेड़ों की कटान कराकर लकड़ी आरा मशीनों पर भेज देते हैं। अवैध कटान के व्यवसाय में संलिप्त लोग आरा मशीनों पर भंडारित लकड़ी सुरक्षित मानते हैं। काफी दिनों से यह धंधा फल फूल रहा है।
● भू-राजस्व की धारा 241 का उल्लंघन
जिन क्षेत्रों में पेड़ों की कटाई हो रही हैं, वे राजस्व विभाग के क्षेत्र में आती हैं। शासन ने पेड़ों की 53 प्रकार की प्रजातियों को राजस्व विभाग के सुपुर्द किया हैं। पेड़ों की कटाई पर नियंत्रण न कर पाना भू-राजस्व अधिनियम की धारा 241 का उल्लंघन हैं।