रायपुर- हे गजराज तुम यहां से चले जाओ ये नकारा जिम्मेदार अधिकारी तुम्हरे वंश को भी नहीं बचा पाएंगे…! सबसे बड़ा सवाल कि छत्तीसगढ़ का वीरप्पन कौन है? लगातार हो रही हांथी कि मौत ने सियासत का रूप ले लिया है।बीते कुछ महीनों में ही दर्जन भर से ज्यादा हांथियों की मौत ने बड़ा सवाल खड़ा किया है। जिनके कंधों पर इनकी सुरक्षा की जिममेदारी है, वो ही उनकी सुरक्षा की खाना पूर्ति करके अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। वहीं विपक्ष में बैठी बीजेपी कई गंभीर आरोप लगा राई है। गरियाबंद में एक और हांथी का सव खेतों में मिला है, और इसकी मौत भी करेंट लगने से ही हुई है जिसको लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि एक बार फिर से केवल तीन दिन के भीतर ही तीन हाथियों की मौत ने साबित कर दिया है ,प्रदेश की सरकार वन्य प्राणियों की रक्षा को लेकर कितनी गंभीर है।
पिछले तीन माह के भीतर करीब एक दर्जन हाथियों की मौत करंट लगने या अन्य कारणों से हुई है। तीन महीने के भीतर ही प्रदेश में हर सप्ताह एक हाथी की मौत हुई है, इसके लिये कौन जिम्मेदार है?उन्होंने कहा कि प्रदेश में कहीं तस्कर सक्रिय तो नही, सरकार को इसकी पृष्टी करनी चाहिए लेकिन प्रदेश की सरकार केवल पुराने आकड़ों को बता कर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है। प्रदेश की सरकार केवल अपने जिम्मेदारियों से बचना चाहती है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि यदि प्रदेश में तस्कर सक्रिय हैं तो उनके खिलाफ अभियान चलाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिये।