Surguja News: जिला शिक्षा अधिकारी डॉ संजय गुहे ने शुक्रवार को लुण्ड्रा विकासखंड के कई विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालयों में अनियमितताएं पाई गई। जिसके कारण 3 प्राचार्यों के वेतन अवरुद्ध करते हुए कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया। इसी प्रकार लापरवाही पर 2 व्याख्याताओं को भी कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया।
सर्व प्रथम दोपहर 12:15 बजे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पड़ौली का आकस्मिक निरीक्षण में शाला संचालित पाई गई। किन्तु कई कक्षायें शिक्षक विहीन थी। विद्यालय पर प्राचार्य का नियंत्रण होना नहीं पाया गया। विद्यार्थियों का अध्ययन-अध्यापन का स्तर अत्यंत निम्न पाया गया। त्रैमासिक परीक्षा परिणाम अत्यंत निराशाजनक था। शिक्षकों के द्वारा समय-सारणी, दैनन्दिनी का अनुपालन नहीं किया जा रहा था। व्यावसायिक शिक्षक द्वारा बिना तैयारी के अध्यापन कार्य कराया जाना पाया गया।
इसी कड़ी में 01ः15 बजे बजे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जोरी के आकस्मिक निरीक्षण में प्रभारी प्राचार्य पन्ना लाल पटेल कार्यालयीन कार्य से अम्बिकापुर प्रवास पर जाना पाये गये। विद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति अत्यंत कम पाया गया। शिक्षक समय-सारिणी तथा दैनन्दिनी का अनुपालन नहीं किया जाना पाया गया। शिक्षक बिना किसी तैयारी के अध्यापन कराते पाये गये। प्राचार्य द्वारा शिक्षक दैनन्दिनी का अवलोकन नहीं किया जाना पाया गया और न ही इनमे प्राचार्य का हस्ताक्षर पाया गया। विद्यार्थियों का अध्ययन-अध्यापन का स्तर अत्यंत निम्न पाया गया। त्रैमासिक परीक्षा परिणाम अत्यंत निराशाजनक था।
लगभग 02ः00 बजे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करौली के आकस्मिक निरीक्षण में कई अव्यवस्थायें पायी गई। विद्यालय में पदस्थ व्याख्याता एल.बी. शैलेन्द्र तिवारी द्वारा अधिकारी के साथ अमर्यादित व अशोभनीय व्यवहार किया गया। जिनके विरूद्ध तत्काल अनुशासनात्मक कार्यवाही की अनुशंसा वरिष्ठ कार्यालय से की गई है। गूगल लिंक के माध्यम से प्रतिदिन की उपस्थिति एवं अनुपस्थिति की जानकारी भेजने वाले प्रभारी व्याख्याता प्रदीप कुमार कौशिक द्वारा अवकाश पर रहे शिक्षकों को भी उपस्थित दर्शाया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी डॉ० संजय गुहे ने प्राचार्यों तथा प्रधान पाठकों को निर्देश दिया है कि आगामी दिनों में निरीक्षण का कार्यक्रम एक अभियान के रूप में और तेज किया जायेगा। अपने-अपने विद्यालयों की अव्यवस्थाओं को तत्काल दुरुस्त करें एवं नियमित उपस्थिति तथा अध्यापन कार्य करें। निरीक्षण में अनियमितता पाये जाने पर कठोर दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी।