अम्बिकापुर में ऑटो चालकों की बेलगाम रफ्तार, क्षमता से ज्यादा सवारी बैठाने के बावजूद गति सीमा पर कंट्रोल नहीं; हादसों से नहीं ले रहे सबक

छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर शहर में ऑटो की बेलगाम रफ्तार से हर वक्त खतरा बना हुआ हुआ है। ज्यादा सवारी के चक्कर में एक तरफ ऑटो चालक सीमित संख्या से ज्यादा लोगों को बैठाकर सफर कर रहे हैं। तो वहीं उनकी रफ्तार पर भी कोई लगाम नहीं है। इन्ही कारणों की वजह से कई हादसे भी हो चुके है। इसके बावजूद कोई सबक नहीं लिया जा रहा है। हाल ही में बनारस रोड में नवापारा जाने वाले रास्ते में रफ्तार की वजह से सवारियों से भरी एक ऑटो पलट गई थी। इस घटना में एक महिला ऑटो के नीचे दब गई थी। हालांकि, उसे ज्यादा चोट नहीं आई। लेकिन ऐसा हो रवैया रहा तो फिर किसी हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है।

बता दें कि, अम्बिकापुर में रेलवे स्टेशन है। किसी दूसरे शहर जाने के लिए लोग बस के अलावा रेलवे सुविधा को अपना माध्यम बनाते है। इसके लिए रेलवे स्टेशन तक पहुंचने के लिए कुछ लोग ऑटो का सहारा लेते है। लेकिन इस दौरान स्टेशन जाने के लिए ऑटो चालकों की रफ्तार इस कदर बढ़ जाती है कि टर्निंग में भी रफ्तार धीरे नहीं होता। ऐसे में हादसे की आशंका बनी रहती है। इसके अलावा तीन पहिया वाले इस वाहन में क्षमता से ज्यादा लोगों को बैठाकर सफर कराया जाता है। ऐसे में सभी की सुरक्षा को देखते हुए रफ्तार कम देनी चाहिए। लेकिन अम्बिकापुर में हालात कुछ और हैं। ज्यादा सवारी ढोने के चक्कर में ऑटो सवार क्षमता से अधिक लोगों को बैठा रहे हैं, इसके बावजूद गति सीमा से तेज रफ्तार में वाहन चलाते है।

गौरतलब है कि इसी वर्ष धमतरी में एक ही ऑटो में 10 लोग सवार होकर शादी समारोह में जा रहे थे। इसी दौरान उनकी ऑटो तेज रफ्तार होने से ढलान पर अनियंत्रित होकर पलट गई। इस घटना में 7 महिलाओं को गंभीर चोटें आई थी। वहीं ऑटो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके अलावा जगदलपुर में तेज रफ्तार ऑटो अनियंत्रित होकर पलट गई थी। इस हादसे में 11 महिला मजदूर घायल हुए थे। इस घटना का यह कारण पता चला था कि ऑटो चालक ने क्षमता से अधिक सवारी बैठाई थी। इसी वजह से टर्निंग पॉइंट में ऑटो का बैलेंस बिगड़ा और हादसा हुआ। हादसे में ऑटो चालक को भी मामूली चोटें आई थी।

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