अम्बिकापुर. जिले मे एक से बढकर एक पिकनिक स्पाट हैं. इनमे ज़्यादातर छत्तीसगढ़ के शिमला कहे जाने वाले मैनपाट मे है. लेकिन अपने प्राकृतिक सौंदर्य और मनमोहन वादियों के लिए चर्चित मैनपाट मे पहुंचने वाले कुछ सैलानियों को सुंदरता पसंद नहीं आती है. तभी तो वो वहां पहुंचकर प्राकृतिक सुंदरता का लुफ्ट उठाने की जगह कुछ लोग इन स्थानों मे गंदगी फैलाते हैं. लेकिन कुछ प्रकृति प्रेमी इंसान ऐसे भी हैं. जो इंसान की फैलाई गंदगी को साफ करने का जिम्मा उठाते हैं.
सरगुजा जिले का मैनपाट और मैनपाट का बूढानाग पिछले कुछ दिनों से अपनी खूबसूरती के कारण यहां पहुंचने वाले पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है. लेकिन खूबसूरत नीले झरने वाले इस स्थान पर पहुंचने वाले कुछ पर्यटक .. यहां पिकनिक पार्टी मनाने के दौरान गंदगी फैलाने का काम करते है. ये लोग खाने पीने के दौरान प्लास्टिक के सामान सीसी बोतल फेंककर इस स्थान की खूबसूरती पर ग्रहण लगाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे मे इस खूबसूरत प्राकृतिक स्थल के अस्तित्व का संजोने की जरूरत है. लिहाजा कुछ युवाओ ने इस स्थान पर पहुंच दूसरों की फैलाई गंदगी को साफ करने का काम कर रहे हैं..
बूढानाग मे साफ सफाई…
पिछले दिनो सोशल मीडिया मे बूढानाग मे फैलाई गई गंदगी की कई फोटो वायरल हुई थी. जिसको देखते हुए जिला मुख्यालय अम्बिकापुर के कुछ सामाजिक सोंच रखने वाले युवाओं ने यहां फैलाई गंदगी को साफ करने का बीड़ा उठाया. और वहां पहुंचकर साफ सफाई की. साथ ही इस बात का प्रण भी लिया कि अब जिले के किसी भी पिकनिक स्पाट या प्राकृतिक खूबसूरती के पास पसरी गंदगी को वो साफ करने का काम करेंगे.. इन युवाओं मे खेल प्रशिक्षक राजेश प्रताप सिंह, भीम सिंह, विकास उतम, राधेश्याम, मंसूर आलम, धीरेन्द्र जैसे उत्साही युवा शामिल है ..