26 नवंबर की सुबह चौकी मणीपुर को सूचना मिली कि एक व्यक्ति की खून से लथपथ लाश सुंदरपुर जंगलपारा में रोड में पड़ी हुई है। सूचना पर चौकी प्रभारी मणीपुर द्वारा तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए सरगुज़ा पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, नगर पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा के नेतृत्व में एफएसएल एवं डॉग स्क्वायड की टीम तत्काल घटना स्थल के लिये रवाना हुए। घटना के संबंध में चौकी मणीपुर में मर्ग क० 145 / 21 धारा 174 जा०फी० एवं अपराध क्रमांक 1269 / 21 धारा 302, कायम कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान पता चला की उक्त शव डायल 112 के चालक सोनूलाल यादव पिता कुंजबिहारी यादव (उम्र 25 वर्ष) निवासी केशवपुर जिला सूरजपुर का है। जो 26 नवंबर को सूचना के पूर्व शाम को अपने मित्र रमेश नेहरा के साथ बाईक में बैठकर सुन्दरपुर जंगलपारा गये थे। जहां वे दोनो चौधरी राम के घर के सामने आपस में बात कर रहे थे। जिस पर चौधरी राम अपने घर से निकला और उनको वहां से जाने के लिये बोला।
जिससे मृतक और चौधरी राम के बीच वाद विवाद हुआ। जिस पर चौधरी राम का बेटा शिवभजन टंगिया लेकर मृतक की ओर दौडा। वाद विवाद को देखते हुये घटना स्थल से राकेश नेहरा, सोनूलाल को छोड़कर भाग गया। सोनूलाल को आरोपी शिवभजन पिता चौधरी राम और स्वयं चौधरी राम के द्वारा प्राणघातक हमला कर मृतक को मौत के घाट उतार दिया गया। पुलिस टीम के द्वारा अज्ञात आरोपी की 12 घंटे के अन्दर आरोपियों को पतासाजी कर गिरफ्तार कर रिमाण्ड पर भेजा गया।
उक्त कार्यवाही में उपनिरीक्षक विद्याभूषण भारद्वाज, सउनि सिदीयुस लकड़ा, प्रधान आरक्षक 43 विपीन तिवारी आर. 366 चंचलेश सोनवानी, 817 सरोज, 590 अरविन्द उपाध्याय, 773 परवेज, सैनिक 503 आसीम पन्ना, सायबर सेल से प्रधान आरक्षक सुधीर सिहं प्रवीण राठौर आरक्षक विरेन्द्र पैंकरा सुयस शामिल रहे।