Surguja National Highway: ये कैसी मरम्मत? बनते ही टूटने लगी सड़क, गुणवत्ता की खुली पोल

Surguja National Highway

आम्बिकापुर (सीतापुर/अनिल उपाध्याय): सड़क मरम्मत के दौरान तकनीकी अधिकारियों द्वारा निगरानी के अभाव में मरम्मत कार्य की पोल खुलने लगी है। मरम्मत के दौरान मनमानी कार्य के साथ गुणवत्ता के अभाव में सड़क बनते ही टूटने लगी है। नगरवासियों ने इसे सड़क मरम्मत कार्य मे थूक पॉलिस करने का आरोप लगा गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने की मांग की है। ताकि सड़क (Surguja National Highway) सुविधाजनक होने के साथ टिकाऊ एवं मजबूत बन सके।

व्यवसायी और नगरवासियों ने खोला था मोर्चा | Surguja National Highway

गौरतलब है कि सीतापुर नगर की जर्जर सड़क की वजह से धूल खाकर बेहाल हो चुके व्यवसायी एवं नगरवासी ने इसके विरुद्ध मोर्चा खोल दिया था। नौबत जब चक्काजाम की आई तब क्षेत्रीय विधायक एवं खाद्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए नेशनल हाईवे (Surguja National Highway) के अधिकारियों को तत्काल सड़क मरम्मत करने के निर्देश दिए थे। खाद्यमंत्री के निर्देश के बाद अधिकारियों ने आनन फानन में सड़क मरम्मत कार्य शुरू करा दिया। इसके तहत उन्होंने नगर की जर्जर हो चुकी सड़क को प्राथमिकता देते हुए पहले इसका मरम्मत कार्य शुरू कराया। जिसके तहत सड़क के उस हिस्से की मरम्मत शुरू हुई। जहाँ धूल का प्रकोप ज्यादा था।

बनते ही टूटने लगी सड़क | Surguja National Highway

इस दौरान विभागीय अधिकारियों द्वारा निगरानी के अभाव में सड़क मरम्मत कार्य मनमानी की भेंट चढ़ गई। निर्माण एजेंसी द्वारा गुणवत्ता को ताक पर रखकर कराए जा रहे मरम्मत कार्य की वजह से सड़क बनते ही टूटने लगी। शहीद भगत सिंह चौक से पुराने बस स्टैंड के बीच सड़क मरम्मत की गुणवत्ता इतनी कमजोर थी कि छोटी वाहन गुजरते ही सड़क दब गई। यह देख नगरवासियों ने सड़क मरम्मत के नाम पर थूक पॉलिस करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सड़क मरम्मत के नाम पर निर्माण एजेंसी लोगो की आँखों मे धूल झोंक रही है।

गुणवत्तापूर्ण काम कराने की मांग

नगरवासियों ने सड़क की गुणवत्ता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि विभागीय अधिकारियों की उदासीनता की वजह से सड़क मरम्मत के काम में काफी लापरवाही बरती जा रही हैं। इस संबंध में नगरवासियों ने गुणवत्तापूर्ण काम कराने की मांग की है ताकि सड़क मजबूत एवं टिकाऊ बन सके। इस संबंध में उपअभियंता एनएच निखिल लकड़ा ने कहा कि वो उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए निर्माण एजेंसी को गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के लिए निर्देशित करेंगे।