सरगुजा जिले में लोक निर्माण विभाग (PWD) की बैठक के बीच एनएसयूआई पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने विभाग के मुख्य अभियंता का घेराव कर दिया। तब एनएसयूआई पदाधिकारी हाथ में एक डिब्बे में रेत और अन्य सामग्री रखे हुए थे। उनका कहना था सरकार ने बेरोजगारों के लिए ई रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू की थी। लेकिन पीडब्ल्यूडी इसमें मनमानी कर रही है। विभाग के लोग ई-रजिस्ट्रेशन के नाम पर अपने चहेते ठेकेदारों को टेंडर दे देते हैं। पीडब्ल्यूडी से युवाओं को एक प्रतिशत का भी लाभ नहीं दिया जाता हैं।
दरअसल, अम्बिकापुर के सर्किट हाउस में पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई थी। बैठक चल रही थी कि सरगुजा के एनएसयूआई पधाधिकारी, कार्यकर्ताओं के साथ हाथ में बालू और अन्य सामग्री लेकर सर्किट हाउस पहुंच गए और विभाग के मुख्य अभियंता केके पिपरी का घेराव कर दिया। एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष निकेत चौधरी ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए गए ई-रजिस्ट्रेशन के माध्यम से बेरोजगार युवाओं को काम देने की बात कही गई थी। लेकिन पीडब्ल्यूडी से अब तक बेरोजगार युवाओं को किसी तरह का काम नहीं दिया गया है।
इसके अलावा एनएसयूआई पदाधिकारियों ने सरगुजा संभाग में वर्तमान की सबसे बड़ी समस्या का भी जिक्र किया। एनएसयूआई ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को बताया कि अम्बिकापुर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों पर धूल के गुब्बारे उड़ रहे है। राजगीरों को आवागमन के दौरान परेशानी हो रही है। इस समस्या का निराकरण किया जाए। इधर जिम्मेदार पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता केके पिपरी ने सभी बातों को गौर करते हुए जल्द से जल्द समस्याओं के समाधान करने की बात कही है। वहीं एनएसयूआई की अगली रणनीति है कि अगर उनकी मांगों को अधिकारियों द्वारा संज्ञान नहीं लिया जाता है, तो आने वाले दिनों में ईएनसी रायपुर कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निकेत चौधरी ने कहा कि सड़कों के गड्ढों को लेकर पीडब्ल्यूडी का घेराव किया गया था। विभाग को आदेश रहता है कि बरसात से पहले सड़कों के गड्ढों को भर दिए जाएं। लेकिन यहां ऐसा नहीं है। सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। निकेत चौधरी ने आगे बताया कि भूपेश सरकार ने बेरोजगारियों के लिए ई-रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कराई थी। लेकिन पीडब्ल्यूडी इसमें मनमानी करते हुए अपने चहेते ठेकेदारों को ई-रजिस्ट्रेशन के नाम पर सभी टेंडर दे दिया जा रहा है। पीडब्लूडी के द्वारा युवाओं तक एक प्रतिशत का भी लाभ नहीं पहुंचने दिया जाता। इसके अलावा दरिमा की सड़क की हालत खराब है। धूल की वजह से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। इन सभी विषयों को लेकर पीडब्ल्यूडी का घेराव कर ज्ञापन सौंपा गया।
पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता केके पिपरी ने कहा कि अम्बिकापुर के बनारस रोड के गड्ढे भरना, दरिमा रोड में जो धूल उड़ रही है उससे निजात दिलाना, इनकी मुख्य मांग रही है। उन्होंने कहा कि सड़क बनने तक लोगों को थोड़ी असुविधा होगी। डामरीकरण के बाद बहुत जल्द यह समस्या दूर हो जाएगी।