अम्बिकापुर…छत्तीसगढ़ सरकार के महत्वपूर्ण योजना में से एक गोधन न्याय योजना राज्य के सभी जिलों को प्रत्येक गांव में संचालित हो रही हैं। कहीं के गौठान महिला स्वयं सहायता समूहों को रोज़गार मिल रहा हैं। तो वहीं कही के गौठान भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया हैं। लेकिन, हम करेंगे सरगुजा जिला के अंबिकापुर स्थित शहरी गौठान घुटरापारा की इसके बारे में नोडल अधिकारी गोधन न्याय योजना ने बताया कि, नगर पालिक निगम, अम्बिकापुर के शहरी गोठान घुटरापारा में नियमित रूप से गोबर की खरीदी की जा रही है। वर्तमान में गौठान में लगभग 1500 क्विंटल वर्मी खाद तैयार हैं, तथा 790 क्विंटल गोबर वर्मी पिट में है, तथा प्रतिदिन 30 से 35 क्विंटल गोबर की खरीदी हो रही हैं।
दैनिक समाचार पत्रों में अम्बिकापुर के शहरी गौठान घुटरापारा के संबंध में प्रकाशित नकारात्मक समाचार का खंडन करते हुए उन्होंने बताया कि, नियमित गोबर खरीदी के साथ ही गौठान में नियमित रूप से समूहों द्वारा पाली गयी 05 गाय एवं बछड़े हैं, तथा समय-समय पर आवारा मवेशियों को पकड़कर गौठान लाया जाता हैं। जिनके चारा हेतु लगभग 01 एकड़ भूमि पर हरा चारा (नेपियर घास) गोठान में ही लगा हुआ हैं तथा भूसा, खली एवं नमक आदि अतिरिक्त रूप से मवेशियों की संख्या के आधार पर उपलब्ध कराया जाता हैं। गौठान प्रतिदिन नियमित रूप से संचालित हो रहा हैं, एवं रात्रि चौकीदार भी उपस्थित रहते हैं। गोठान में ताला बंद रहने की स्थिति कभी नहीं रहती हैं।