अम्बिकापुर। अम्बिकापुर मे सरगुजा पत्रकार संघ के बैनर तले आज से पत्रकार क्रमिक भूख हडताल पर बैठ गए हैं.. स्थानिय गांधी चौक पर इलेक्ट्रानिक और बेव मीडिया के साथ प्रिंट के पत्रकारो ने बढ चढकर इस भूख हडताल मे हिस्सा लिया.. गौरतलब है कि जिले के एक पत्रकार के खिलाफ जिला कांग्रेस कमेटी के लोगो द्वारा एक झूठी शिकायत की.. और पुलिस ने झूठे विडियो साक्ष्य के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है. जिसके विरोध मे पत्रकार अब आर पार की लडाई लडने के मूड मे आ गए हैं..
बीते 20 तारिख को अम्बिकापुर के कोतवाली थाने मे महापौर डाँ अजय तिर्की के नेतृत्व मे पहुंचे.. कांग्रेसियो ने इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकार मनीष सोनी के खिलाफ ये शिकायत दी. कि मनीष सोनी ने एक वीडियो मे कांग्रेसी नेताओ को गाली गलौज कर रहे हैं. लेकिन जिस वीडियो को मनीष ने अपने सोशल मीडिया साईट्स मे अपलोड किया था. उसमे और कांग्रेसी नेताओ द्वारा एफआईआर के लिए दिए गए वीडियो मे ड्यूरेशन मे भी अंतर है.. और उसके वाईस ओवर मे भी अंतर है.. लिहाजा कोतवाली पुलिस ने सत्ताधारियो के दबाव मे आकर बिना जांच के मनीष सोनी पर आईटी एक्ट की धाराओ समेत कई धाराओ मे अपराध पंजीबद्ध कर लिया. जबकि अगर पुलिस बिना दबाव के कार्यवाही करते तो.. पहले उस असली और नकली वीडियो की जांच की जाती.. पर ऐसा नही हुआ.
इधर इस एफआईआर की खबर मिलने के बाद इलेक्ट्रानिक और वेब मीडिया के साथियो ने कुछ दिन पहले कोतवाली थाने पहुंचकर झूठी शिकायत करने वाले कांग्रेसी नेताओ के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की. तो पुलिस ने जांच की बात कहकर एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया. जिसके बाद पत्रकारो ने पुलिस के तमाम आला अधिकारियो को पत्र सौंपकर ये चेतावनी दी थी कि .. अगर तीन दिन के भीतर झूठी शिकायत करने वाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हुआ तो पत्रकार संघ अनिश्तित कालीन क्रमिक भूख हडताल पर चला जाएगा.. और जैसा कि संभावना थी.. हुआ भी वैसा ही. पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं कि . लिहाजा बुधवार 28 अक्टूबर से इलेक्ट्रानिक और वेब मीडिया के पत्रकार क्रमिक भूख हडताल पर बैठ गए है.. गौरतलब है कि हडताल के पहले दिन पत्रकार प्रमोद गुप्ता भूख हडताल पर रहे..
धरने मे बैठने से पहले पत्रकारो द्वारा ये तय किया गया है कि पत्रकार अपनी तीन मांगो को लेकर इस हडताल पर बैठेगें.. जिसमे पहली मांग मनीष सोनी के खिलाफ कोतवाली थाना मे दर्ज मामले को वापस नहीं लिया जाता है. दूसरी मांग झूठी एफआईआर दर्ज करने वाला पर मुकदमा दर्ज हो. औऱ तीसरी मांग कि अपने वादो के मुताबिक छत्तीसगढ सरकार पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करे.. इसके अलावा ये भी तय किया गया है कि जब तक सभी मांग नहीं मान ली जाती है. तब तक जिला कांग्रेस कमेटी के सभी कार्यक्रमो की बहिष्कार रहेगा..