अम्बिकापुर। 16 सितंबर को अम्बिकापुर निवासी सत्यम अशोक सोनी के द्वारा अम्बिकापुर कोतवाली थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई गई की इसके ज्वेलरी दुकान सत्यम ज्वेलर्स में पीछे से दिवाल में सेध लगाकर अज्ञात व्यक्ति द्वारा सोने-चांदी के जेवरात कीमती 30,00000 रूपये व नगदी रुपये 100000 रू० की चोरी हो गई है। रिपोर्ट दर्ज की गई सूचना पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारी थाना स्टाफ एवं अन्य सहयोगी दस्ता मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण कर अज्ञात आरोपी की पता तलाश का प्रयास शुरू किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज सरगुजा अजय यादव के मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम काबले के द्वारा अज्ञात आरोपी की पतासाजी एवं मशरूका बरामदगी हेतु अति० पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, नगर पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र साय पैकरा, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी अखिलेश कौशिक के नेतृत्व में अम्बिकापुर एवं जिले में पदस्थ अधिकारी/कर्मचारियों की टीम का गठन कर अलग-अलग बिन्दुओं की तस्दीकी के लिए अलग-अलग टीम को जिम्मेदारी सौपी गई। जिसकी लगातार समीक्षा पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा की जा रही थी। जिसमें सभी टीमो की जिम्मेदारियों को लगातार मार्गदर्शन देते हुए हर संभावित बिन्दुओ की बारिकी से तस्दीकी एवं खोज बीन की गई जिसमें पुराने अपराधी एवं पैरोल मे छुटे अपराधियों की धर पकड़ कर तस्दीकी किया गया तथा प्राप्त सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर अज्ञात संदेही की पता तलाश किया गया, साथ ही शहर के बस स्टेण्ड, आटो चालको एवं लाज के संचालक से पूछताछ कर पता किया गया।
लगातार पूछताछ करने पर पता चला की पुराने अपराधी जो जमानत पर छुटे है उन्ही के द्वारा सम्भवता घटना को अंजाम दिया गया है। यह भी पता चला कि एक व्यक्ति घटना के दिन सुबह 2-3 बैग लेकर आटो में बैठ कर घटना स्थल के आगे रोड से गया है। इसी अनुसार उस क्षेत्र के पुराने अपराधियों की पता तलाश किया गया है जिसमें पता चला कि रवि रजक नामक व्यक्ति पहले जेल गया था जो जमानत मे छुट कर आया है। इस सूचना पर रवि रजक को उसके मठपारा स्थित आवास में घेरा बंदी कर पुलिस टीम द्वारा धर दबोचा गया। जिससे बारिकी से पूछताछ कर मकान की तलाशी लिया गया।
जहां तलाशी के दौरान घटना दिनांक को पहने हुए कपडे एवं रेन कोट, ड्रिल मशीन कटर बरामद किया गया, तब भी आरोपी रवि रजक द्वारा घटना में संलिप्ता से लगातार इंकार करते हुए पुलिस टीम को गुमराह किया जाता रहा, लेकिन लगातार कडाई से पूछताछ करने पर चोरी किये गये कुछ ज्वेलरी एवं घटना स्थल से मिले बैग को अलमारी मे रखना बताया। जिससे कुछ ज्वेलरी बैग में बरामद किया गया। उक्त जेवर मिलने पर पुलिस द्वारा पुनः कड़ाई से पूछताछ करने पर अपना गुनाह कबुल करते हुए बताया कि अपने कमरे मे रखे बड़े पेटी के निचे जमीन खोद कर चोरी किये गये समस्त जेवर सोने चांदी को काशे के बटुआ मे भर कर पैक कर जमीन में गाड़ना बताया तथा स्वयं खोदकर निकाल कर दिया। आरोपी रवि रजक को थाने लाकर चोरी किये गये घटना के बारे में बारिकी से पूछताछ किया, जिसने बताया कि सत्यम ज्वेलर्स में वह पूर्व में भी चोरी का प्रयास किया है। उस समय दिवाल के पास गड्डा किया था। उसके बाद दुसरी बार सत्यम ज्वेलर्स में चोरी का प्रयास होने की खबर समाचार में मिलने पर वह उसके चार दिन बाद बिलासपर से ड्रिल मशीन खरीदकर लाया और एक स्कूल परिसर में पूर्व में कटर मशीन रखना बताया था और अभी चोरी करने के लिये वह 15/9/2021 को अपने घर से मोटर सायकल में ड्रिलिंग मशिन साथ लेकर घर से निकलना बताया तथा ड्रिलिंग मशीन को सत्तीपारा के कुड़ा-कचरा जगह मे छिपा दिया। उसके बाद प्रतापपुर जाना बताया तथा प्रतापपुर से वापस अम्बिकापुर बस स्टेण्ड पहुंचा वहां कुछ देर रुकने के बाद रात्रि होने का इन्तजार में शहर में घुमता फिरता रहा। इसी दौरान सत्तीपारा के पास रखे ड्रिलिंग मशीन को लाकर कन्या परिसर कम्पाण्ड में डाल दिया था, देर रात्रि बाद गुदरी चौक के पास लोहे के गेट से कन्या परिसर स्कूल के कम्पाउण्ड में अंदर घुसा और सत्यम ज्वेलर्स में चोरी करने के लिये वही रखे बांस को उठाकर रखे रस्सी से सीढ़ी बनाया देर रात्रि में सीढी लेकर सत्यम ज्वेलर के दीवाल में रखा और उसके बाद ड्रिलिंगं मशीन को लाकर सत्यम ज्वेलर्स के दिवाल को रूक रूक कर छेद कर सेंध कर दिया और वही से प्रवेश कर दुकान से सोने, चांदी के गहने व नगदी रूपये चोरी कर ले गया था। जिसे पुलिस के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में 24 घन्टे के अंदर समस्त मशरूका को बरामद करने में सफलता मिला। जो बरामदगी माल लगभग 30 लाख रूपये है नगदी रकम लगभग 17000/ रूपये चोरी किया था जिसे बैंक में जमा करना बताता है तथा इसके अतिरिक्त आरोपी रवि रजक के द्वारा पूर्व मे कई घटना को अंजाम दिया गया है। जिसमें मणीपुर चौक के क्षेत्र में रितेश अग्रवाल के किराना स्टोर्स में घुसकर सोना चांदी एवं नगदी 150000 रूपये को चोरी करना स्वीकार किया है तथा मुख्य डाकघर में 23000 रू चोरी करना तथा डीबीआर लेना बताया है। इसके अतिरिक्त वाड्रफनगर से ज्वेलरी चोरी करना बताया है तथा बरामदगी कराया गया है एवं इसके अतिरिक्त शहर में कई जगहो पर उक्त आरोपी द्वारा चोरी करने का प्रयास किया गया जिसमें गर्ग किराना स्टोर, माहवीर मोबाईल, गीता मोबाईल मे भी चोरी करने का प्रयास किया गया जो असफल रहा था। उक्त आरोपी द्वारा लगातार अम्बिकापुर व आसपास घटना को अंजाम देता रहा है।
“पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया की आरोपी पहले 7 बार चोरी की घटना को अंजाम दे चुका है। इसमे से 4 बार एफआईआर दर्ज किया गया है, वहीं 3 बार चोरी की कोशिश किया था। शातिर चोर यूट्यूब से चोरी की ट्रेनिंग लेता था और अकेले चोरी करने निकलता था। जिससे उसे पकड़ना मुश्किल होता था। आरोपी जुआ खेलने का आदि था, जो जुआ में हारने के बाद ज्यादा लोड हो जाता तो चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था।”
आरोपी को घर पकड करने में अम्बिकापुर के निरीक्षक अनूप एक्का, निरीक्षक दिलबाग सिह, निरीक्षक कमलेश्वर भगत, निरीक्षक राहुल तिवारी, निरीक्षक विजय प्रताप सिहं, निरीक्षक एल्कि लकडा, उप निरीक्षक अशोक मिश्रा, उप निरीक्षक ओम प्रकाश यादव, उनि निरीक्षक शिशिरकांत, उनि निरीक्षक विद्वाभूषण, उप निरीक्षक अनिता आयाम, उप निरीक्षक रश्मी सिंह, सउनि विनय सिंह, उप निरीक्षक सुरजन राम पोर्ते, सउनि भुपेश सिहं सउनि सरफराज फिरदौसी, सउनि डाकेश्वर सिंह, सउनि अजीत मिश्रा, प्र० आर० धीरज गुप्ता, प्र० आर० शत्रुधन सिंह, प्र० आर० सुधीर सिंह, प्र० आर० धर्मेन्द्र श्रीवास्तव, प्र० आर० अजय पाण्डेय, आर० विरेन्द्र पैकरा, आर० विकाश सिंह, आर० राकेश शर्मा, आर० अभय चौबे, आर० राहुल सिहं, आर० इजहार अहमद, आर० सुर्येश पैकरा, आर० रूपेश महंत, आर० समीनुल फिरदौसी, आर० आलोक गुप्ता, अतुल सिंह, आर० देवेन्द्र पाठक, आर० जानकी प्रसाद राजवाड़े के द्वारा सम्पूर्ण कार्यवाही को सफलता पूर्वक आरोपी व माल बरामदगी किया गया है। पुरी टीम को उत्सहा वर्धन हेतु पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज द्वारा 25000/ रूपये की ईनाम तत्काल दिया गया।