अंबिकापुर...कांग्रेस में शामिल होते ही आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग पर नंदकुमार साय ने अपना रुख बदल लिया है। साय ने कहा कि जरूरी नहीं की मुख्यमंत्री का चेहरा आदिवासी ही हो। इसकी कोई गारंटी नहीं। कोई और भी सेवा कर सकता है। इसका निर्णय केंद्रीय नेतृत्व को लेना है। बता दें कि नंदकुमार साय भाजपा में रहते आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग करते रहे हैं लेकिन कांग्रेस जॉइन करने के बाद उन्होंने अपना रुख बदल लिया है।
मीडिया से बातचीत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय ने विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। उन्होंने खुलकर कहा कि पत्थलगांव, कुनकुरी से जनता की सेवा करना चाहता हूं। औऱ इस पूरे निर्णय को वे आलाकमान पर छोड़ते हैं। साय ने बताया कि वे आदिवासी सीटों पर कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करेंगे। बता दे कि 2 दिन पहले ही आदिवासी नेता नंदकुमार साय भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस जॉइन किये हैं और अब अपनी इच्छा उन्होंने मीडिया के सामने जाहिर की है।
नंदकुमार साय ने अपने बयान में कहा- छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता हूँ। मेरा गृह क्षेत्र कुनकुरी है। लेकिन आलाकमान का निर्णय मुझे स्वीकार होगा। जनता की सेवा करना मेरा उद्देश्य है। छत्तीसगढ़ के जिस कोने से कहेंगे चुनावी मैदान पर उतर जाऊँगा। छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में जनजातीय समाज के लोगों से काँग्रेस के पक्ष में वोटिंग करने की अपील करूँगा। आदिवासी सीटों पर जाकर जनता से अपील करूँगा। छत्तीसगढ़ में पुनः काँग्रेस सरकार बनने वाली है।
राज्यपाल पद पर कांग्रेस नेता नंदकुमार ने साय का बड़ा बयान
साय ने कहा- मैंने गवर्नर बनने से इंकार कर दिया था। मुझे बहुत लोगों ने गवर्नर बनने की बात कही थी। फिलहाल, राज्यसभा को लेकर कोई चर्चा नही हुई।
बजरंग दल पर कांग्रेस नेता नंदकुमार साय का बयान
बजरंग दल पर बैन के सवाल पर बोले साय ने कहा- जहां जिसकी सत्ता उसके हिसाब से निर्णय होगा। बजरंग दल को हुड़दंगी नहीं होना चाहिये। लड़ाई-दंगा का विकल्प बजरंग दल का नहीं होना चाहिए। बजरंग दल को अपना आचरण सुधारना चाहिए।