सीतापुर (फटाफट न्यूज) | अनिल उपाध्याय
सरगुजा: सीतापुर शहर के बीचों बीच होकर गुजरने वाली नेशनल हाईवे 43 में निर्मित जानलेवा गड्ढा ने एक ऑटो को अपनी चपेट में ले लिया। जिसके बाद खाली ऑटो फिल्मी अंदाज में तीन बार हवा में गुलाटी मारते हुए सड़क के बीचोंबीच पलट गई। गनीमत ये रही कि ऑटो में कोई सवारी नही थी। वरना कोई न कोई इस हादसे का शिकार हो जाता। इस दुर्घटना में ऑटोचालक को मामूली चोट लगी है। जबकि ऑटो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
गौरतलब है कि शहर के बीचोंबीच से होकर गुजरने वाली नेशनल हाईवे में सोनतराई चौक से लेकर कदम चौक तक जानलेवा गड्ढे निर्मित हो गए है। जिसकी चपेट में आकर आए दिन कोई न कोई बाइक सवार जख्मी हो रहे है।बुधवार की शाम को भी नेशनल हाईवे में निर्मित जानलेवा गड्ढे ने सवारी छोड़कर घर जा रहे एक खाली ऑटो को अपनी चपेट में ले लिया। जिसके बाद ऑटो फिल्मी अंदाज में हवा में तीन बार गुलाटी मारते हुए बीच सड़क पर पलट गई।
गनीमत रही कि ऑटो में कोई सवारी नही बैठा था। वरना वो इस हादसे का शिकार हो जाता। घटना के बाद मौके पर पहुँचे लोगो ने ऑटो को खड़ा किया और उसमें फंसे चालक को बाहर निकाला। इस घटना में ऑटोचालक को मामूली चोट लगी है। जबकि ऑटो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
इस घटना के बाद नगरवासियों में उपजा आक्रोश
नेशनल हाईवे पर निर्मित जानलेवा गड्ढे की वजह से हुई ऑटो दुर्घटना के बाद लोगो में आक्रोश व्याप्त हो गया। इस संबंध में लोगो का कहना है कि निगरानी एवं मरम्मत के अभाव में नेशनल हाईवे जानलेवा हो गई है। बारिश के दिनों में नेशनल हाइवे की जर्जर हालत से वाकिफ होने के बाद भी विभागीय अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से मुँह फेरे बैठे हैं। इस जानलेवा गड्ढे की चपेट में आकर आम जनता मरे चाहे जिए अधिकारियों को इससे कोई मतलब नही है।
सड़क को लेकर हमेशा से मुखर रहे क्षेत्रीय विधायक एवं प्रदेश के कद्दावर मंत्री अमरजीत भगत का क्षेत्र होने के बावजूद अधिकारी सड़क की मरम्मत कार्य को लेकर उदासीन बने हुए हैं। जबकि बारिश से पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने सड़को की निगरानी एवं जर्जर सड़को की मरम्मत के निर्देश दिए थे। जिसे जिम्मेदार अधिकारियों ने अनसुना करते हुए सड़क को उसके हाल पर छोड़ दिया। जिस कारण आज सड़क में निर्मित गड्ढे जानलेवा बन गई है।