अम्बिकापुर. अपने थाना क्षेत्र में एनडीपीएस, नशीले दवाईयों के इंजेक्शन, नशीले पदार्थों के रोकथाम के लिए कोई ठोस एवं कारगर कार्यवाही नहीं किए जाने से अपराधियों के हौसले बढ़ते रहे. आम जनता को शिकायतें करने का मौका मिला एवं पुलिस की छवि धूमिल हुईं है। उक्त अधिकारियों की कर्तव्य विमुखता एवं गैर जिम्मेदाराना पूर्ण कृत्य के कारण आईजी ने पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट प्राप्त कर थाना प्रभारी गांधीनगर राहुल तिवारी, थाना प्रभारी अम्बिकापुर आलक्ष्मी राम को तत्काल प्रभाव से हटाकर रक्षित केन्द्र संबद्ध किया गया है।
साथ ही सहायक उपनिरीक्षक बृजकिशोर पाण्डेय थाना गांधीनगर, धनजंय पाठक सहायक उप निरीक्षक कोतवाली अम्बिकापुर अपने बीट क्षेत्र में नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार में लिप्त लोगों के विरुद्ध कारवाई करने मे लापरवाही बरतने के कारण जिला सरगुजा से जिला जशपुर अटैच किया गया है।
इस प्रकार की गतिविधियों पर रोक नहीं लगाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध भविष्य मे भी ऐसी ही कारवाई की जाएगी।
आईजी ने समस्त पुलिस अधीक्षकों को ऐसे कर्मचारियों की रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया है. जो नशीले पदार्थों के कारोबारियों पर शिकंजा कसने मे लापरवाही बरत रहे हैं.
नशीले इंजेक्शन व दवाइयों के मामले में आईजी ने भले ही पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई कर दी हो. लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गांधीनगर थाने का एक आरक्षक नशीली दवाइयों के कारोबार संचालित करने और करवाने में बड़ी भूमिका है. जिसकी चर्चा आम है. अब देखना होगा कि उस आरक्षक पर क्या कार्रवाई होती है.
एसपी भी कार्रवाई के मूड में
अपराध और अपराधियों से साठगांठ करने के साथ नशे के कारोबार को संरक्षण देने वाले पुलिस अधिकारियों पर आईजी ने तो कार्रवाई कर दी. लेकिन अब निचले आरक्षक-प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ कुछ ऐसे संदिग्ध पुलिसकर्मियों पर एसपी टीआर कोशिमा कार्रवाई के मूड में नज़र आ रहे हैं.
एसपी कोशिमा ने कहा-
आने वाले समय मे जैसे-जैसे बात सामने आएगी. कार्रवाई की जाएगी.