सीतापुर(अनिल उपाध्याय)…कैंपा मद से किये गए प्लांटेशन के घेरावा हेतु लगाया गया लाखो रुपये का तार सरपंच समेत ग्रामीणो ने पार कर दिया। इस मामले की जानकारी के बाद वन विभाग ने पत्तासजी के बाद चोरी के तार सरपंच एवं ग्रामीणों के पास से बरामद कर लिया। ग्रामीणों से तार बरामदगी के बाद इनके विरुद्ध अब कार्रवाई को लेकर वन विभाग के पसीने छूट रहे है। चोरी के इस मामले में कार्रवाई के बजाए वन विभाग द्वारा साधी गई चुप्पी से भविष्य में ऐसी घटनाएं बढ़ेंगी। जिससे वनों के अलावा शासकीय संपत्ति को काफी नुकसान होगा।
पूरा मामला मैनपाट के ग्राम ललेया वन परिक्षेत्र का है। जहाँ वन विभाग द्वारा कैंपा मद से प्लांटेशन की सुरक्षा हेतु तार से घेरावा किया गया था। लाखो रुपये की लागत से कराए गए घेरावा का मकसद प्लांटेशन की सुरक्षा तय करना था। वन विभाग द्वारा घेरावा कराने के कुछ दिनों बाद ही प्लांटेशन के चारो तरफ लगाया गया घेरावा गायब हो गया। गांववालों ने मौका देखते ही प्लांटेशन के चारो तरफ लगाया गया घेरावा पार कर दिया। तार चोरी के इस मामले में एक सरपंच की संलिप्तता भी बताई जा रही है। लाखो की लागत से कराए गए तार का घेरावा मौके से गायब होने की खबर सुनकर वन विभाग के हाथ पांव फूल गए।
जब वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने इसकी पत्तासजी कराई। तब उन्हें पता चला कि इसे गायब करने में ग्रामीणों का हाथ है। यह जानकारी मिलने के बाद वन विभाग का अमला गांव पहुँचा। जहाँ तलाशी के दौरान ग्रामीणों के घर से प्लांटेशन से चोरी गया तार बरामद हुआ। इसके अलावा तार के कुछ बंडल चोरी में संलिप्त सरभंजा सरपंच के यहाँ से भी बरामद किया गया। इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी चोरी के मामले में संलिप्त सरपंच एवं ग्रामीणों के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर वन विभाग कतरा रही है। इनके विरुद्ध चोरी का अपराध दर्ज कराने में वन विभाग के अधिकारियों के पसीने छूट रहे गई। वन विभाग के इस रवैये से जहाँ भविष्य में चोरी की घटनाएं बढ़ेंगी। वही इससे प्लांटेशन के साथ साथ शासकीय संपत्ति को भी नुकसान होगा।