सीतापुर (फटाफट न्यूज) | अनिल उपाध्याय
सरगुजा: प्रकृति के उपासक उराँव मूली पड़हा सरना समाज द्वारा उराँव भवन में सरहुल पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया। धरती माता को समर्पित इस पूजा के दौरान उराँव समाज ने पूरे विधि विधान से शिव पार्वती की पूजा अर्चना की। इसके बाद शिव पार्वती की झांकी के साथ उराँव समाज ने विशाल शोभायात्रा निकाली। लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम से निकली यह शोभायात्रा मांदर ढोल नगाड़ों के साथ मुख्य मार्ग से होते हुए गौरवपथ पुराना बस स्टैंड शहीद भगत सिंह चौक नया बस स्टैंड होकर नाचते गाते वापस लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम पहुँची।
जहाँ शिव पार्वती की पूजा अर्चना के बाद रैली का समापन किया गया। इस दौरान स्टेडियम में मौजूद उराँव समाज के लोगो को सरहुल पर्व की शुभकामनाएं देते हुए अनिल निराला उराँव ने कहा कि समाज की इस सनातन संस्कृति, परंपरा एवं विरासत को बचाकर रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। हमारी एकता ही हमारी ताकत है। इसलिए हम सभी को एकजुट होकर विदेशी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देना है। उन्होंने कहा कि जनजाति समाज प्रकृति की पूजा करता है। हमारे भगवान शिव पार्वती है। सरहुल समेत समाज के सभी पर्वो के पीछे एक कहानी प्रचलित है। जिससे सभी की सुख समृद्धि की कामना का संदेश मिलता है।
उन्होंने बताया कि उराँव भाषा मे सरहुल पर्व को खद्दी पर्व भी कहा जाता है। जिसमे धरती माता की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि सरहुल पूजा से घर मे खुशहाली आती है और कृषि फसल अच्छी होती है। कार्यक्रम के अंत मे भंडारे का आयोजन किया गया था। जिसमे शामिल होकर कार्यक्रम में आये लोगो ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर गिरधर राम भगत, तिलक राम भगत, रामकेश्वर राम भगत, सुमित केरकेट्टा समेत काफी संख्या में उराँव समाज के लोग उपस्थित थे।