यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता के राईफल तानने से हुआ राजनैतिक विस्फोट…

अम्बिकापुर- मुख्यमंत्री खाधयान योजना के तहत नेहरु वार्ड मे राशन कार्ड वितरण करने पंहुचे, महापौर प्रबोध मिंज और भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष अनुराग सिंह पर एनएसयूआई कार्यकर्ता द्वारा राईफल तानने का मामला अब राजनैतिक गलियारो मे तूल पकडता जा रहा है। जिसको लेकर भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष ने स्थानिय विधायक पर षडयंत्र का आरोप लगाया है। तो स्थानिय विधायक टी.एस.सिंहदेव और पूरी कांग्रेस आरोपी युवक के पक्ष मे नजर आ रही है।

मामला बीती 7 जुलाई का है, जब नेहरु वार्ड के सैकडो हितग्राही नवीन राशन कार्ड वितरण को लेने सत्तीपारा मुख्य मार्ग पर स्थित पार्षद संदीप सोनी के दफ्तर मे इकठ्ठा थे,, इसी दौरान कार्यक्रम का शुभारंभ करने महापौर प्रबोध के साथ भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष अनुराग सिंह अपने कार्यकर्ताओ के साथ वंहा पंहुचे,, जिससे मुख्य मार्ग मे स्वाभाविक तौर पर वाहनो की कतार लग गई, पर वाहनो की कतार पडोस मे रहने वाले यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता शिवराज सिंह को रास नही आई,, और इस बात को लेकर वो वार्ड पार्षद संदीप सोनी से विवाद करने लगा। विवाद के दौरान पहले तो उपस्थित लोगो ने यूवक को समझा बुझा कर घर भेज दिया,, पर यूवक के सर इतना गुस्सा सवार था,, कि वो घर के अंदर से राईफल लेकर बाहर आ गया , औऱ कार्यक्रम स्थल की ओर खडे भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष अनुराग सिंह के ऊपर राईफल तान दी। जिसके बाद ये घटना आग की तरह फैल गई। जिसकी शिकायत पहले तो वार्ड पार्षद ने कोतवाली मे थाने मे दर्ज कराई । बाद मे अपने नेता पर तनी बंदूख से आगबबूले भाजयुमो कार्यकर्ता ने आरोपी युवक शिवराज सिंह और उसके साथियो के घर के सामने जमकर नारेबाजी की। भाजयुमो कार्यकर्ताओ के इस प्रदर्शन के बाद घटना स्थल समेत पूरे शहर मे पुलिस ने मोर्चा संभाला लिया। लेकिन इस घटना के बाद आरोपी के युवक शिवराज के पक्ष मे कांग्रेस विधायक टीएससिंह देव , कांग्रेस जिला अध्यक्ष अजय अग्रवाल समेत कई कांग्रेसी उसके घर पंहुच गए थे।

चुनाव की नजदीकियो के कारण अब पूरा मामला राजनैतिक रंग लेता जा रहा है,, और घटना के बाद से कांग्रेस विधायक और भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष के बीच जुबानी जंग की शुरुआत भी हो गई। यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता के इस दुशसाहस के बाद भाजपा को जंहा बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल गया है। वही कांग्रेस आरोपी युवक के पक्ष मे आकर विपक्षियो के आरोपो के दायरे मे आ गई है।

हांलाकि 11 तारिख को हुई इस घटना के बाद ,यूथ कांग्रेस के सदस्य और मामले के आरोपी की गिरफ्तारी नही हो सकी है। जिसको लेकर बीते 9 जुलाई को सरगुजा भाजपा के सैकडो कार्यकर्ता ने भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष अनुराग सिंह की अगुवाई मे एसपी से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमे आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की मांग की गई है।  वही दूसरे ही दिन 10 जुलाई को कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने विधायक टीएस सिंह देव की अगुवाई मे एसपी से मुलाकात की और घटना के बाद उपद्रव करने वाले भाजयुमो कार्यकर्ताओ पर मामला दर्ज करने की मांग की है। गौरतलब है कि भाजयुमो प्रदेशाध्य़क्ष अनुराग सिंह पिछले चुनाव मे कांग्रेस विधायक टीएससिंह देव से बहुत कम मतो से हार चुके है। और इस बार के विधानसभा चुनाव मे दोनो के बीच चुनावी जंग होने के आसार है। लिहाजा चुनाव के कुछ ही महीनो पहले यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता शिवराज सिंह की राईफल तानने वाली करतूत पर विधायक टीएससिंहदेव के बचाव की मुद्रा उनकी लुटया डुबो सकती है।

जानकारी के मुताबिक भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष अनुराग सिंह पर बंदूख तानने वाला युवक  स्वं राजकुमार सिंह का पुत्र शिवराज सिंह है। जो कुछ ही दिनो पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सदस्यता को छोडकर यूथ कांग्रेस मे शामिल हुआ है। और उसने विधायक टीएससिंह देव के नियंत्रण वाले पैलेस खेमे के यूथ कांग्रेस मे नही , बल्कि जोगी खेमे के अगुवा नेता और लोकसभा अध्यक्ष दानिश रफीक के खेमे मे आकर यूथ कांग्रेस की सदस्यता ली है। तो इसके बावजूद पूरे मामले मे स्थानीय विधायक की अगुवा की भूमिका भी कई संदेहो को जन्म दे रही है,, कि कंही ऐसा तो नही कि वो अपने विरोधी खेमे के कार्यकर्ताओ को मरहम लगाकर अपनी ओर खींचना चाहते है ? कही ऐसा तो नही कि वो विपक्षीयो की आड मे अपने ही दल के विरोधियो को कमजोर करने की राजनिती मे जुट गए है ?

पिछले विधानसभा चुनाव मे सबसे ज्यादा चर्चा और प्रतिष्ठा की सीट माने जाने वाली अम्बिकापुर विधानसभा मे इस ज्वलंत मुद्दे का फायदा किसको होगा, और नुकसाल किसको होगा, ये तो भविष्य के गर्त मे है। पर ये बढी अपरधिक घटना राजनैतिक रंग लेती जा रही है। और कांग्रेस विधायक और उनके चिरप्रतिदंद्दी अनुराग सिंह के जुबान एक बार फिर एक दूसरे के खिलाफ आग उगलने लगी है।

श्री टी.एस.सिहंदेव, कांग्रेस विधायक, अम्बिकापुरवंहा लोगो से हमे पता चला कि वंहा पर राशन कार्ड का वितरण हो रहा था,, और महापौर के साथ भाजपा के कुछ नेता राशन कार्ड वितरण के कार्यक्रम मे गए थे, तभी वाहन खडा करने के विवाद को लेकर पडोस मे रहने वाले युवक ने बंदूख निकाल ली । अगर पता था कि युवक के पिता स्व राजकुमार सिंह की हत्या के पीछे तरह तरह की बाते हो रही है, और भाजपा के एक प्रदेश पदाधिकारी को इसमे नाम आ रहा है ,तो फिर ऐसे कार्यक्रम को उसके घर के पास स्थित पार्षद का दुकान मे नही कराना था। और फिर एक स्कार्पियो वंहा पर अगर उसके गेट के सामने खडी होगी, घर वाले को गुस्साआएगी और कोई सुनेगा नही तो बंदूख निकाल कर उसका विरोध करना कोई गलत नही होगा । भाजपा के लोग स्थानिय विधायक को शासकीय आयोजनो मे नही बुलाएगे, प्रोटोकाल का उल्लघंन करेगे , तो इस तरह की घटना कोई आश्चर्यजनक बात नही है।

अनुराग सिंह देव ,, भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष कांग्रेस के लोग और स्थानिय विधायक मुझे रास्ते से हटाने के लिए बच्चो का उपयोग कर रहे है।  पिछली विधानसभा चुनाव मे मै बहुत कम वोटो से हारा था, और इस बार भी मै चुनाव लडने वाला हूं। जिसके कारण स्थानिय विधायक भयभीत है। और मेरे ऊपर बंदूख तानने का मतलब वो मेरी हत्या कराना या रास्ते से हटाना चाहते है। विधानसभा सत्र के दौरान उन्होने मेरे ऊपर दो हत्याओ का आरोप लगाया है। लेकिन लोग जानते है कि किसकी पृष्टभूमि कैसी है। स्थानिय विधायक घटना के ठीक के बाद आरोपी यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता के घर गए थे। इससे ये साफ तौर पर साबित हो जाता है कि आरोप सही है और उनकी मंशा क्या है।

 पुलिस की कारवाही

इस पूरे मसले मे अभी तक पुलिस की कारवाही भी सवालो के घेरे मे नजर आ रही है । क्योकि पुलिस ने आरोप के खिलाफ कुछ धाराओ के तहत मामला तो दर्ज कर लिया है । पर अभी तक पुलिस ने ना ही युवक को गिरफ्तार किया है। ना ही मामले की विवेचना मे पुलिस दिलचस्पी दिखा रही है। ऐसे मे एक बात की चर्चा सबसे ज्यादा उठ रही है कि आखिर जिस 12 बोर राईफल को शिवराज ने भाजपा के लोगो पर तानी थी,  वो आखिर किसकी है ?  और बंदूख किसके लाईंसेस पर घर मे रखी थी ? हांलाकि इन सवालो का जवाब तो पुलिस को ही देना पडेगा। पर फिर सवाल उठता है कि आखिर यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता और उसके साथियो पर मामला दर्ज करने वाली कोतवाली पुलिस भला ,भाजयुमो कार्यकर्ता के गैरकानूनी प्रदर्शन को लेकर अभी तक क्यो मौन है ?

 आगामी चुनाव मे इस घटना का असर

यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता ने कार्यक्रम मे मौजूद भाजयुमो प्रदेशाध्य़क्ष पर किस बात को लेकर बंदूख तानी, ये तो आरोपी युवक, भाजपा नेताओ और स्थानिय विधायक ही जाने । पर छत्तीसगढ की राजनिति मे अहम योगदान देने वाले सरगुजा की राजनिती इस घटना के बाद दूसरी दिशा मे जाती दिख रही है। और इस तरह के हालातो मे आवाम राजनैतिक हलचलो के साथ अपराधिक हलचल की कल्पना करे ,तो शायद गलत नही होगा। क्योकि अगर आगामी चुनावो मे भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष अनुराग सिंह अपनी सरकार की उपल्बधियो और नीतियो के बलबूते जनता से वोट की अपील करेगे । तो मौजूदा कांग्रेस विधायक टीएस सिंह देव , सरगुजा रियासत के महाराजा के तौर पर क्षेत्र के प्रतिनिधित्व की लडाई लडेगे। हांलाकि पिछले चुनाव मे जीत का अंतर तकरबीन 700 वोटो का था। जिसको पाटने औऱ उभारने के लिए दोनो ने अपने अपने स्तर पर खूब दमखम दिखाया है। लेकिन अगर ऐसा ही रहा तो वोटो को पाटने और उबारने की राजनिती महज कुछ मुद्दो मे दफन हो जाएगी। और जीत उसी की होगी। जो चरित्र से सुशासित दिखेगा।