सिंहदेव और सिंहदेव के अस्तित्व की लडाई……….

रोमी सिद्दिकी

अम्बिकापुर(खबरपथ) आगामी विधानसभा चुनाव मे अंबिकापुर विधानसभा सीट मे भाजपा व कांग्रेस मे जबरजस्त घमासान होने की संभावना है। कांग्रेस की ओर से वर्तमान विधायक श्री टी.एस.सिंहदेव के अलावा मैदान मे कोई दूर दूर तक नज़र नही आ रहा है, तो भाजपा मे टिकट के लिए श्री अनुराग सिंहदेव के अलावा कुछ युवा नेताओ ने जोर आजमाईस जरुर शुरु कर दी है।

विधानसभा चुनाव 2013 के मद्देनज़र अम्बिकापुर विधानसभा सीट के लिए कांग्रेस से वर्तमान विधायक पिछला चुनाव जीतने के बाद ही तैयारी मे जुट गए थे, ,वही वो वर्तमान मे अपनी चुनावी तैयारियो को फाईनल टच देने मे लगे है, कही बरसात से बचने के लिए छाता तो कई औपचारिकता स्वरुप गिफ्ट देकर स्थानिय विधायक मतदाताओ के बीच अपनी मौजदूगी का अहसास करा रहे है, और इस तरीके से उन्होने अपना चुनाव प्रचार भी तेज कर दिया है।

हांलाकि लगता है कि विधायक महोदय को इस बार भी टिकट के लिए तनिक भी जद्दोजहद नही करनी पडेगी, क्योकि उनके कद और काठी के सामने अभी तक किसी ने कांग्रेस की ओर से दावेदारी नही की है। चुनावी समीकरण ना बिगडे इसके लिए अम्बिकापुर विधानसभा सीट मे उन्ही के इशारे पर उन्ही के कुछ वफादार कार्यकर्ता ने फार्म भरा और उसी फार्म मे सिंहदेव का समर्थन कर दिया। ऐसे मे सिंहदेव ने अपना पूरा समय विधानसभा क्षेत्र मे झोंक दिया है, और अपनी स्थिती बेहतर करने की कवायद मे जुट गए है , ताकि इस बार अगर जीत हो जीत का अंतर सम्मान जनक हो ।

सूत्रो की माने तो 2008 विधानसभा चुनाव के बाद विधायक श्री सिंहदेव के व्यवहार और रहन सहन मे काफी अंतर आया है,, क्षेत्र की जनता से वो अब मधुर संबध और संवाद स्थापित करने मे समय ज्यादा व्यतीत कर रहे है, अब सिंहदेव किसी भी ऐरे गैरो की बातो को ना तो महत्व देते है,, ना ही सुनी सुनाई बातो पर ध्यान देते है, परिणाम स्वरुप उनका व्यवहार आम जनता से काफी बेहतर हो गया है, ऐसे मे अनुमान लगाया जा रहा है कि इसका फायदा आगामी विधानसभा मे उनको मिल सकता है।

दूसरी ओर भाजपा की बात करे तो इस बार अम्बिकापुर विधानसभा से कई दावेदार अपनी जुगत मे जुटे है , जिनमे सबसे आगे भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष अनुराग सिंह का नाम सबसे आगे है, उनके पीछे मजदूर महासंध के पूर्व प्रदेशाध्य़क्ष अखिलेश सोनी, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष भारत सिंह सिसोदिया, और मजदूर महासंघ के पूर्व महामंत्री विवेक दुबे है, ये सभी अपने अपने स्तर पर टिकट की जोर आजमाईस मे लगे है।

पिछले दिनो विकास यात्रा के समापन सामारोह मे ये साफ दिखा कि उक्त सभी नेताओ के बैनर पोस्टर व्यक्तिगत रुप से जगह जगह लगाए गए थे। जो सीधे तौर पर इनकी दावेदारी की ओर ईशारा करता है, पोस्टर मे नजर आने वाले सभी युवा नेता अपने अपने क्षेत्र के माहिर खिलाडी है, और सभी किसी ना किसी मंत्री और संगठन के आला पदाधिकारियो के चहेते भी है। ऐसे मे ये स्पष्ट हो जाता है कि भाजपा मे भी टिकट को लेकर अंदरुनी गुटबाजी तेज हो गई है जो चुनाव के पहले अगर शांत नही हो पाई तो फिर स्थानिय विधायक और कांग्रेस से इस बार के भी प्रबल के दावेदार श्री टी.एस.सिंहदेव अपने वोटो के अंतर को बढा कर जीत हासिल कर सकते है।

हालाकि पिछले चुनाव की परिस्थिति और वर्तमान परिस्थिति मे काफी बदलाव आ चुका है। भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष और भाजपा से टिकट के प्रबल दावेदार श्री अनुराग सिंहदेव की स्थिती हर तरह से काफी मजबूत हुई है, युवाओ की बीच उनकी छवि मे बेतहासा वृद्दि हुई है,, तो दूसरी विधानसभा क्षेत्र के कोने कोने मे उनकी पकड और ज्यादा मजबूत हो गई है। हालाकि यह कहना गलत नही होगा कि पिछले विधानसभा हारने के बाद से शहरी क्षेत्र के मतदाताओ के प्रति अनुराग सिंहदेव के व्यवहार मे काफी बदलाव आया है,, वो आम मतदाताओ से काफी दूर हो गए थे,, खैर अब चुनाव नजदीक है और रमन का जादू फिर से आम मतदाताओ के सिर चढ कर बोलने लगा है,, ऐसे मे श्री सिंहदेव अपने व्यवहार मे किस तरह से जादुई परिवर्तन लाते है,, ये देखना लाजमी होगा। congress-bjp-india