महिला की संदिग्ध मौत, मायके पक्ष के लोगों ने लगाया हत्या का आरोप

अम्बिकापुर

नगर से लगे ग्राम सोनपुर में एक महिला की घर में संदिग्ध हालत में मौत हो गई। महिला की मौत के लगभग 12 घंटे के बाद भी ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा मायके पक्ष के लोगों को खबर नहीं दिया गया। वहीं मायके पक्ष के लोगों ने शव को देख गला दबाकर हत्या करने की आशंका जाहिर की है। सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच की कार्यवाही शुरू कर दिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के ग्राम रनपुर निवासी बहालिया बाई पति देव कुमार 35 वर्ष की 28 नवम्बर की शाम घर में संदिग्ध हालत में मौत हो गईं। घटना के संबंध में मृतिका की पुत्री मतिकुमारी 9 वर्ष ने बताई कि 28 नवम्बर की शाम लगभग 5 बजे जब वे अपनी दो छोटी बहन सुन्दर मनिया व दुर्गा के साथ घर के आंगन में बैठी हुई थी। तभी कमरे में काम कर रही उसकी मां जोर-जोर से आवाज देना शुरू किया जिसे सुन जब कमरे में जाकर देखे तो वह वहीं लेटी हुई थी। जिसे देख पास ही रहने वाले अपने फुआ को बुलाने चले गये। इसी बीच देर शाम लगभग 6-7 बजे उसके पिता देव कुमार भी काम से लौट आये थे। जिन्होने मां को उठाकर गांव के झाड़ फुक करने वाले वैद्य के पास ले गये जिसके बाद जब उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई। महिला की मौत हो जाने की खबर लगते ही गांव के कोटवार ने महिला की संदिग्ध हालत में मौत हो जाने की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस ने घटना स्थल पहुंचकर शव परिक्षण कर मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि मृतिका के शरीर में किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं है ऐसा प्रतीत होता है की उसकी सामान्य मौत हुई है, बहरहाल पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की सही वजह का पता चल सकेगा।

पति-पत्नी दोनो का था दूसरा विवाह
गावं के लोगों ने बताया की मृतिका बहोलिया बाई की लगभग 15 साल पहले गांव के ही श्याम लाल राजवाडे के साथ विवाह हुआ था जिससे उसे दो संताने हुई थी। कुछ साल बाद श्याम लाल से वह अगल होकर रह रही थी। इसी बीच गांव के ही देवकुमार जो लगभग 5-6 वर्ष पूर्व उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी। जिस पर वह भी अकेला रह रहा था। इसी बीच दोनों ने आपस में विवाह कर लिया जिससे दोनो से तीन संताने हुई। साथ ही गांव के लोगों ने बताया की दोनों के बीच कभी-कभार अनबन की स्थिति होती रहती थी।

 

नहीं दी गई मौत की जानकारी
मेण्ड्रा निवासी मृतिका के पिता ननकूराम ने बताया की 28 नवम्बर की शाम लगभग 5 बजे उसकी पुत्री की मौत हुई लेकिन उसके पति सहित ससुराल पक्ष के लोगों ने मौत के लगभग 12 घंटे बीत जाने के बाद भी उन्हे मौत की खबर की जानकारी नहीं दिया। जब मामला पुलिस तक पुहुंची तो घटना के दूसरे दिन उन्हे पता चला की उसकी पुत्री की मौत हो चुकी है। वही मृतिका के भाई लालजी राजवाड़े ने पुलिस को बताया की दोनों के बीच अक्सर विवाद की स्थिति बनती थी। पूर्व में भी ऐसा स्थिति निर्मित हो चुका था। लालजी राजवाड़े ने संहेह जताते हुये बताया की उसकी बहन का गला दबाकर हत्या किया गया है।