
अम्बिकापुर। ऑनलाइन सट्टेबाजी (Online Betting) की कड़ी में एक और खुलासा हुआ है। छत्तीसगढ़ के सरगुजा (Surguja) जिले में अम्बिकापुर कोतवाली (Ambikapur Police) थाना की पुलिस ने रितिक मंदिलवार उर्फ बमफोड़ नामक युवक को गिरफ्तार किया है, जो ऑनलाइन सट्टा नेटवर्क के लिए फर्जी बैंक खातों (Fake Bank Account) की व्यवस्था करता था। आरोपी ने 14 से अधिक लोगों के आधार कार्ड लेकर “म्यूल अकाउंट” (धोखाधड़ी से रकम लेन-देन के लिए खोले गए खाते) खुलवाए थे और इन खातों का इस्तेमाल ऑनलाइन सट्टा लेन-देन में किया जा रहा था।
पहले पकड़े जा चुके हैं तीन सटोरिए
पुलिस ने इस मामले में पहले ही वर्ष 2024 में आयुष सिन्हा उर्फ दीप सिन्हा, अमित मिश्रा उर्फ पहलू और शुभम केसरी को गिरफ्तार किया था। ये तीनों मिलकर स्काईएक्सचेंज लिंक (Skyexchange Link) के माध्यम से लोगों को आईपीएल मैचों में सट्टा खेलने के लिए जोड़ रहे थे। इनके पास से 19 मोबाइल, पासबुक, चेकबुक, 21 एटीएम कार्ड, और नगद रकम समेत कई दस्तावेज जब्त किए गए थे।
खुला फर्जी खातों का राज
जांच के दौरान जब्त दस्तावेजों से बैंक खाताधारकों की जानकारी निकाली गई। आभाष पासवान नाम के युवक के नाम से केनरा बैंक में खाता खुला मिला, जिसने खुद इस खाते से अनभिज्ञता जताई और बताया कि उसने सिर्फ आधार कार्ड रितिक मंदिलवार को दिया था। पुलिस द्वारा बैंक से खाता खोलने के दस्तावेज जुटाकर जब रितिक से सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने स्वीकार किया कि उसने अमित मिश्रा उर्फ पहलू के कहने पर यह खाता खुलवाया और उसे सौंपा।
रितिक ने यह भी कबूल किया कि उसने इसी तरह 14-15 अन्य लोगों के नाम से भी खाते खुलवाकर सट्टा नेटवर्क को सौंपे और बदले में कमीशन लिया। इन खातों का इस्तेमाल ऑनलाइन सट्टेबाजी में रकम के लेनदेन के लिए किया जाता था।
गंभीर धाराएं जोड़ी गईं
प्रकरण में सामने आए तथ्यों के आधार पर अब आरोपी रितिक मंदिलवार के खिलाफ धारा 467, 468, 471, 120बी के तहत अपराध दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया है।
पुलिस टीम रही सक्रिय
इस पूरी कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक मनीष सिंह परिहार के नेतृत्व में आरक्षक शिव राजवाड़े, मंटू लाल गुप्ता और आनंद गुप्ता की महत्वपूर्ण भूमिका रही।