
बलरामपुर. दुष्कर्म और एक्सटार्शन के मामले में पुलिस ने कथित पत्रकार अली खान उर्फ अली हुसैन निवासी खपरो थाना रंका जिला गढ़वा झारखंड को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. अली खान बीते कुछ समय से झारखंड से आकर छत्तीसगढ़ में निवासरत था.
बता दे कि कथित पत्रकार अली खान के विरुद्ध शिकायत मिलने पर बलरामपुर कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए कथित पत्रकार को गिरफ्तार किया था. पुलिस के अनुसार पीड़ित आदिवासी महिला ने अपने लिखित शिकायत में 7 वर्षों से लगातार यौन शोषण और 1 लाख रुपए फिरौती मांग कर रहा था. जिसकी जांच पुलिस ने की थी. और इस संबंध में आलाधिकारियों को अवगत कराया था. जिसके बाद एसपी वैभव बैंकर ने मामले की गंभीरता को समझते हुए. त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए थे.
बता दे कि पीड़िता आदिवासी महिला अली खान के संपर्क में 7 साल पहले आई थी. और कथित पत्रकार ने पत्रकार होने का धौंस दिखाते हुए..पीड़िता का यौन शोषण किया. इसके साथ ही कथित पत्रकार समय-समय पर पीड़िता से पैसे की मांग भी करता था..लेकिन इस बार पीड़िता ने अली खान की करतूतों का पर्दाफाश करते हुए..कोतवाली थाने में शिकायत की. पुलिस ने इस मामले में धारा 308(5), 351(3), 78, 64(2)(m) बीएनएस,3(2)(v), 3(2)(va) SC/ST एक्ट के तहत कार्यवाही की है.
आरोपी बांग्लादेशी तो नहीं?
कई समाचार और आर्टिकल में ये लिखा पढ़ा हुआ है कि बांग्लादेशी रोहनिया मुसलमान बांग्लादेश से झारखंड के रास्ते छत्तीसगढ़ को अपना ठिकाना बना रहे हैं. ये बहरूपिया झारखंड या छत्तीसगढ़ के कुछ दलालों के माध्यम से लोकल आधार कार्ड बना लेते हैं. फिर भारतीय बनकर यहां बस जाते हैं. और झारखंड और छत्तीसगढ़ के भोले भाले आदिवासी वर्ग से जमीन, रुपयों का फ्रॉड करते रहते हैं. इन सब खबरों के बीच पकड़े गए आरोपी के बारे में पुलिस को ये जांच भी करना चाहिए. कई साल पहले झारखंड से आया ये आरोपी मूल रूप से किस प्रदेश या देश का रहने वाला है? कहीं ये बांग्लादेशी तो नहीं?