जगदलपुर. बस्तर संभाग में कुछ महीनों से असामजिक तत्वों द्वारा मंदिरों में रखी मूर्तियों को तोड़फोड़ कर सामाजिक वातावरण को खराब करने का दुस्साहस किया जा रहा है.
आपने तो देखा ही होगा बस्तर में स्थित कई ऐसे जलप्रपात है. जो एक बार देखने से मन नहीं भरता. वैसा ही जलप्रपात पोटानार ग्राम में स्थित चित्रधारा जलप्रपात है. जहां महादेव जी का मंदिर आदिकाल से स्थित है परंतु कुछ दिनों पूर्व इस मंदिर को तोड़कर क्षतिग्रस्त कर ” जय मसीह” लिखा गया.
बता दे की बस्तर अंचल शुरू से सर्वधर्म स्वभाव के लिए जाना जाता रहा है, शिव मंदिर विध्वंस मामले में बस्तर महाराज ने चित्रधारा में बैठक आयोजित की थी और जिसमें बस्तर महाराजा ‘कमलचंद्र भंजदेव’ ने इस कृत्य की निंदा करते हुए शासन-प्रशासन से यथाशीघ्र आरोपियों को पकड़ने की माँग की है और आगे भंजदेव ने कहा कि ”अगर शासन-प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नही उठाया जाता है, तो कांकेर से लेकर बीजापुर, कोंटा तक सभी संगठनो की सहायता से पूरे बस्तर संभाग में नियोजित तरीके से आंदोलन किया जाएगा”
बस्तर ही नहीं अन्य जिलों में भी मंदिरों के अंदर मूर्तियों को तोडे़ जाने और मंदिर के अंदर धार्मिक धर्म ग्रंथ ”बाईबिल” तक रखे जाने के प्रमाण भी मिले हैं.